याद आ जाएगी पिछले जन्म की हर छोटी से छोटी बात, बस करना होगा ये काम

पिछले जन्मइंसान अपने भविष्‍य के साथ ही अपने भूत के बारे में भी हमेशा से जानने के लिए उत्‍सुक रहता है। अपने पिछले जन्‍म के बारे में हम सब जानना चाहते है, जो कि अब बहुत ही आसान है। इसके लिए कोई जप, तप, या पूजा करने की आवश्‍यकता नहीं होगी। बस एक आसान उपाय से हम अपने पिछले जन्‍म के बारे में जान सकेंगे।

योगशास्त्र में अष्टसिद्धि, नवनिधियों और सिद्धियों के बारे में बताया गया है। उनमें से एक पूर्वजन्म ज्ञान सिद्धि योग है। इस योग की साधना करने से हम अपने पिछले जन्‍म के बारे में जान सकते हैं। अध्यात्म मार्ग में इस साधना को करने का एक बहुत अच्‍छा फायदा है। इससे हम ये जान सकते हैं कि पिछले जन्‍म में हमने जिस काम के लिए सबसे ज्‍यादा मेहनत की थी वो नहीं करनी पड़ेगी।

यह साधना ज्‍यादा कठिन नहीं है। इसे बड़ी आसानी से कर सकते हैं। इस साधना के लिए मन का एकाग्र होना आवश्‍यक है। तभी आप पिछले जन्‍म में प्रवेश कर सकेंगे।

जाति स्मरण के प्रयोग के लिए जब सोने चलिए तब ध्‍यान को जारी रखते हुए आंखें बंद करके उलटी क्रम में अपनी पूरी दिनचर्या को याद करिए। याद करिए कि खाना खाने से पहले आपने क्‍या किया और उससे पहले आपने क्‍या किया। इसी क्रम को कायम रखते हुए अपनी सारी यादें और क्रियाएं याद करते रहें।

धीरे धीरे जब यह प्रक्रिया सुचारु रूप में चलने लगेगी अवधारणा शक्ति बढ़ने लगेगी, आप स्‍वयं उस जन्‍म की यादों में प्रवेश करने लगेंगे।

ध्यान के अभ्यास में जो पहली क्रिया सम्पन्न होती है वह भूलने की, बेकार यादों को खाली करने की होती है। जब तक दिमाग बेकार ज्ञान, तर्क और यादों से खाली नहीं निकलेगा, नीचे दबी हुई पुरानी बातें नहीं याद आएंगी। इन बातों का ज्ञान होते ही पूर्व जन्म का पता चलने लगता है।

सुबह और शाम के समय आधे से एक घंटे का विपश्यना ध्यान करना जरूरी है। दिन और दिमाग में को कोई बात परेशान कर रही हो। कोई उलझन हो या मन भटक रहा हो तो ध्‍यान न करें। यह प्रयोग किसी योग शिक्षक से सीखकर ही करना चाहिए। पूर्व जन्‍म की याद आई बातों को गलती से भी किसी आम आदमी को नहीं बताएं।

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