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पटना| मध्यप्रदेश सहित तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की करारी हार के बाद अब अपने भी उन्हें नसीहत देने लगे हैं। भाजपा भी हालांकि उन्हें सधी जुबान से अपनी बात रखने से पीछे नहीं हट रही। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नेता और बिहार के जमुई क्षेत्र से सांसद चिराग पासवान ने यहां गुरुवार को भाजपा के नेताओं को राम मंदिर और बजरंग बली (हनुमान) जैसे बयानों से बचने की नसीहत दी है।

लोजपा के अध्यक्ष रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने कहा, “राजग का चुनावी एजेंडा विकास रहा है। नेताओं को इसी एजेंडे पर बात करनी चाहिए। राम मंदिर और हनुमान को एजेंडा बनाने से जनता में संशय उत्पन्न हो जाता है।”

उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी राम मंदिर को लेकर एजेंडा नहीं बनाती है और न ही राम मंदिर को लेकर कोई अध्यादेश लाने की तैयारी है।

चिराग के इस बयान के बाद भाजपा ने भी लोजपा को राम मंदिर को लेकर पाठ पढ़ा दिया। भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद आऱ क़े सिन्हा ने कहा कि जो खुलकर राम की बात करने से डरते हैं, उनके घर में भी पूजा राम और हनुमान की ही होती है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, “भाजपा राम और हिंदुत्व की बात नहीं करेगी, तो और कौन करेगा?”

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याद रहे कि इससे पहले जद (यू) के वरिष्ठ नेता क़े सी़ त्यागी ने भाजपा को नसीहत देते हुए कहा था कि राजग में शामिल दलों के वरिष्ठ नेताओं- जैसे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की जिम्मेदारियां बढ़ानी चाहिए। उन्हें भी चुनाव प्रचार में शामिल किया जाना चाहिए।

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