मोदी की Yorker पर इमरान बोल्ड, सुधर गई ‘सिद्धू की लाइन लेंथ’
इस्लामाबाद। नियंत्रण रेखा (एलओसी) पारकर पीओके से 80 किमी अंदर घुसकर बालाकोट में भारतीय वायुसेना के सर्जिकल स्ट्राइक की गूंज पाकिस्तानी संसद में भी सुनाई दी. पाक संसद में कार्यवाही शुरू होने के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान की नीतियों पर सवालिया उठाते हुए विपक्षी सांसदों ने इमरान खान-‘शर्म करो, शर्म करो’ के नारे लगे. पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विपक्षी सांसदों ने इस मसले पर संसद के संयुक्त सत्र को बुलाने की मांग की है.
इस बीच पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने मंगलवार को कहा कि भारत ने हमारी सीमा में घुसकर हमला किया है. पाकिस्तान ने कहा कि नियंत्रण रेखा का उल्लंघन कर भारत ने ‘उकसावे’ की कार्रवाई की है और इस्लामाबाद को ‘‘जवाब देने का हक है.’’ भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों द्वारा मंगलवार तड़के नियंत्रण रेखा पार कर पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर की गई बमबारी के बाद कुरैशी ने यह बयान दिया है. सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने हालात पर चर्चा करने के लिए महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की है.
सिद्धू में बदलाव
पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू भी बहुत खुश हैं। दोनों नेताओं ने इस कार्रवाई के लिए सेना को सलाम किया है। सिद्धू ने कहा है, आतंकियों का विनाश अनिवार्य है, भारतीय वायुसेना की जय हो। कैप्टन ने कहा है, वायुसेना के जवानों को शाबासी और इस कार्रवाई को मेरा पूरा समर्थन।
लोहा लोहे को काटता है,
आग आग को काटती है,
सांप जब डंक मारता है, उसका एंटीडोट विष ही है,आतंकियों का विनाश अनिवार्य है|
भारतीय वायु सेना की जय हो @IAF_MCC
जय हिन्द 🇮🇳 जय हिन्द की सेना 🇮🇳— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) February 26, 2019
नवजोत सिंह सिद्धू ने पुलवामा हमले के लिए पाकिस्तान को दोषी मानने से इन्कार किया था और दोनों देशों के बीच शांति की जरूरत बताई थी। उन्होंने कहा था कि चार लोगों की करतूत के लिए किसी देश को दोषी नहीं ठहराया जा सकता है।
इसके बाद हंगामा खड़ा हो गया था और नवजोत सिंह सिद्धू पूरे देश में लाेगों के निशाने पर आ गए थे। इसके बावजूद सिद्धू अपने बयान पर कायम रहे थे और पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई के पक्ष में नहीं थे। उनके बयान के बाद कपिल शर्मा के कॉमेडी टीवी शो से उनको हटाने की चर्चा भी शुरू हुई थी।
भारत द्वारा यह हवाई हमला जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले के 12 दिन बाद किया गया है. पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के हमले में 40 जवान शहीद हुए थे. इस्लामाबाद में पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी ने कहा कि भारत ने नियंत्रण रेखा का उल्लंघन किया है और पाकिस्तान को जवाब देने का हक है.
विदेश मंत्रालय में विचार-विमर्श के लिए आयोजित उच्चाधिकारियों की ‘आपात बैठक’ के बाद कुरैशी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पहले तो उन्होंने आज पाकिस्तान के खिलाफ उकसावे की कार्रवाई की. यह नियंत्रण रेखा का उल्लंघन है. मैं इसे नियंत्रण रेखा का उल्लंघन मानता हूं और पाकिस्तान को आत्मरक्षा के लिए समुचित जवाब देने का हक है.’’ विदेश मंत्रालय में बैठक के बाद कुरैशी ने प्रधानमंत्री खान को इसकी जानकारी दी. इससे पहले पाकिस्तानी सेना ने मंगलवार को आरोप लगाया कि भारतीय वायुसेना ने मुजफ्फराबाद सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) का उल्लंघन किया है.
पाक सेना की मीडिया शाखा अंतर-सेवा जन संपर्क (आईएसपीआर) के महानिदेशक मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट किया है, ‘‘भारतीय वायुसेना के विमान मुजफ्फराबाद सेक्टर से घुसे. पाकिस्तानी वायुसेना की ओर से समय पर और प्रभावी जवाब मिलने के बाद वह जल्दबाजी में अपने बम गिरा कर बालाकोट के करीब से बाहर निकल गए. जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है.’’ उन्होंने लिखा है, ‘‘भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी नियंत्रण रेखा का उल्लंघन किया है. पाकिस्तानी वायुसेना ने तुरंत जवाब दिया. भारतीय विमान लौट गए.’’
घंटों बाद आईएसपीआर ने कहा कि भारतीय विमान मुजफ्फराबाद सेक्टर में नियंत्रण रेखा के भीतर पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर में सिर्फ तीन-चार मील ही अंदर घुसे थे. आईएसपीआर का कहना है, ‘‘जल्दबाजी में वापस लौटते हुए विमानों ने बम गिराए जो खाली मैदानों में गिरे. किसी अवसंरचना को नुकसान नहीं पहुंचा है. कोई हताहत नहीं हुआ है. तकनीकी जानकारी और अन्य महत्वपूर्ण सूचनाएं जल्दी ही मिलेंगी.’’
पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक के बाद जनता ने जो किया उससे बढ़ गया सेना का गौरव
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के प्रमुख नेता सीनेटर शेरी रहमान ने कहा कि भारत द्वारा नियंत्रण रेखा का उल्लंघन ‘गलत कदम है’’. उन्होंने कहा कि ऐसे कदमों से क्षेत्र में गुस्से के जरिए अशांति बढ़ेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चुनावी बिगुल बातचीत के विकल्प को नुकसान पहुंचा रहा है. भारत की सत्तारूढ़ पार्टी को युद्ध की ओर कदम बढ़ाने के अलावा चुनाव जीतने का और कोई तरीका नजर नहीं आ रहा है. इस बीच पाकिस्तानी मीडिया में खबरें आ रही हैं कि भारत सरकार ने घरेलू दबाव में आकर यह सांकेतिक हमला किया है. प्रधानमंत्री इमरान खान ने अभी तक इस मसले पर कोई टिप्पणी नहीं की है.