मैच फिक्सिंग को लेकर धोनी ने दिया बड़ा बयान

नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी अपने हाव भाव से कभी अपने जज्बात जाहिर नहीं होने देते है। जहां उनका मानना है कि यही वजह है कि लोग उनसे कभी नहीं पूछते कि 2013 आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में उन्होंने बेबुनियाद आरोपों का सामना कैसे किया है। देखा जाये तो धोनी हमेशा अपना काम चुपचाप करने में विश्वास रखते हैं और कई बार उनकी खामोशी को गलत समझ लिया जाता है।

धोनी

 

 

बता दें की महेंद्र सिंह धोनी ने कहा, ‘लोगों को लगता है कि आप बहुत मजबूत हैं और लोग पूछते नहीं है कि आप कैसे हो। लेकिन इसका सामना ऐसे ही किया है। मैं इस बारे में दूसरों से बात नहीं करना चाहता था। लेकिन, अंदर से यह मुझे कुरेद रहा था। मैं नहीं चाहता कि किसी भी चीज का असर मेरे खेल पर पड़े है। मेरे लिए क्रिकेट सबसे अहम है।

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खबरों के मुताबिक आईपीएल 2013 मैच फिक्सिंग प्रकरण को अपने जीवन का ‘सबसे कठिन और निराशाजनक’ दौर बताते हुए महेंद्र सिंह धोनी ने सवाल दागा कि खिलाड़ियों का क्या कसूर था। जहां दो बार के विश्व कप विजेता कप्तान ने ‘रोर ऑफ द लॉयन’ डॉक्यूड्रामा में इस मसले पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। वही भारतीय क्रिकेट को झकझोर देने वाले इस प्रकरण में प्रबंधन की भूमिका के कारण चेन्नई सुपर किंग्स को दो साल का प्रतिबंध झेलना पड़ा है।

दरअसल धोनी ने डॉक्यूमेंट्री में कहा कि मैच फिक्सिंग कत्ल से भी बड़ा गुनाह है. उन्होंने कहा, ‘मैं आज जो कुछ भी हूं, क्रिकेट की वजह से हूं। मेरे लिए सबसे बड़ा गुनाह कत्ल नहीं बल्कि मैच फिक्सिंग है। लेकिन लोगों को अगर लगता है कि मैच का नतीजा असाधारण इसलिए है, क्योंकि वह फिक्स है तो लोगों का क्रिकेट पर से विश्वास उठ जाएगा और मेरे लिए इससे दुखदायी कुछ नहीं होगा।

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