मेरठ : नहीं देखी सरकार की राह, गांव वाले खुद ही जुट गए सफाई अभियान में

सफाई अभियानमेरठ। उत्‍तर प्रदेश के मेरठ जिले में सोमवार को दर्जनों तालाबों के किनारे सफाई और सौन्‍दर्यीकरण की एक नई इबारत लिखी गई। यहां मौजूद पौराणिक सरोवरों की सुंदरता को बनाए रखने के लिए आज जल सेवकों ने कुण्‍ड में उतरकर उनकी सफाई को लेकर सफाई अभियान चलाया। इन सभी तालाबों की सफाई की कमान ग्राम प्रधानों ने संभाली।

सफाई अभियान में लगा मेरठ

मेरठ के लोगों ने आज प्रधानमंत्री के उस अभियान को भी साकार किया जिसमें उन्‍होंने भारत को स्‍वच्‍छ बनाने के लिए मुहीम छेड़ी थी। यहां माछरा के एक गांव में किसानों की टीम ने सफाई की नींव रखी। फावड़ा चलाकर मुहिम की शुरुआत की। वहीं दूसरी तरफ मुंडाली क्षेत्र में दर्जनों तालाबों पर भयावह अतिक्रमण है। गांव वालों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर इस अतिक्रमण को आज सबसे पहले साफ करवाया। वहीं तालाबों में जेसीबी से सफाई शुरू कर दी गई।

किठौर के गांव महलवाला में कसाइयों वाले तालाब का कायाकल्प करने के लिए भी ग्रामीण उतर पड़े। वहीं मवाना खुर्द क्षेत्र के लोगों में सफाई को लेकर सुबह से ही अजीब किस्‍म की बेचैनी दिखाई दे रही थी। ऐसे में उन्होंने बिना किसी का इंतजार किए फावड़ा लेकर तालाब की सफाई शुरू कर दी। वहीं परीक्षितगढ़ के गांधारी तालाब को भी आज लोगों ने पुर्नजीवित कर दिया। इस पौराणिक तालाब में लोगों ने अंदर तक उतरकर गंदगी साफ की।

वहीं कौल गांव में प्रधान कमलेश त्यागी ने खुद मोर्चा संभाला। दर्जनों लोगों ने कंधे पर फावड़ा रखकर तालाबों का रुख किया। यह सफाई अभियान फलावदा के नेडू रोड स्थित तालाब तक भी पहुंचा। वहीं हस्तिनापुर स्थित पौराणिक द्रौपदी घाट पर भी सफाई अभियान की शुरूआत की गई।

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