गुहावाटी। कोल इंडिया लि. (सीआईएल) ने गुरुवार को कहा कि वह मेघालय के पूर्वी जयंतिया पहाड़ी में खदान में फंसे 15 श्रमिकों को बचाने के लिए एक राहत अभियान शुरू करेगी।
ये सभी खदान में 13 दिसंबर को आई बाढ़ के कारण फंस गए थे।
सीआईएल के उत्तरपूर्वी खदान के महाप्रबंधक जे. बोरा ने कहा कि सभी उपकरणों और बचाव दल के साइट पर पहुंचने के बाद अभियान को शुरू कर दिया जाएगा।
घटना की जगह पर दो अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ पहुंचे बोरा ने कहा, “हमें राहत और बचाव कार्य में मदद करने का मेघालय सरकार ने अनुरोध किया था। हमने तुरंत संगठन के बचाव दल को जल्द से जल्द यहां पहुंचने को कहा है।”
उन्होंने कहा कि 10 सदस्यों के दल में चार इंजीनियर और छह सर्वेयर हैं। वे घटनास्थल पर गुरुवार को पहुंच जाएंगे। हालांकि पंप, पाइप और सर्वे उपकरणों के पहुंचने में थोड़ा वक्त लगेगा, क्योंकि वे अलग-अलग सीआईएल प्रतिष्ठानों से सड़क मार्ग से लाए जा रहे हैं।
राष्ट्रीय आपदा बचाव दल (एनडीआरएफ), राज्य की आपदा बचाव दल (एसडीआरएफ) और जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे बचाव अभियान में श्रमिकों को निकालने की कोशिश जारी है, लेकिन खदान के अंदर पानी का स्तर काफी अधिक होने के कारण अभी तक सफलता नहीं मिली है। हालांकि पंपों से पानी निकाला जा रहा है।
खनन विशेषज्ञ जसबंत सिंह गिल ने भी मेघालय सरकार के अनुरोध पर खदान का दौरा किया था और सलाह दी कि रैट होल खदान में पानी जाने के रास्तों को बंद कर उच्च क्षमता वाले पंप से पानी निकाला जाए।
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बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला था।