मुलायम सिंह यादव नकली ‘समाजवादी’, हारी हुई डिम्पल को धोखे से जिताया

मुलायम सिंह यादवलखनऊ। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने हाल ही में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नई पार्टी बनाने की बात को खारिज कर दिया। मुलायम सिंह भाई शिवपाल के खिलाफ होकर बेटे अखिलेश के साथ खड़े नजर आए। उनकी इस बात से सपा समर्थक खासे नाराज नजर आ रहे हैं। मुलायम के इस कदम से शिवपाल पूरी तरह से मौन हैं, लेकिन उनके करीबियों ने नेताजी के खिलाफ बगावती रूप अख्तियार कर लिया है।

दरअसल मुलायम सिंह यादव ने शिवपाल की दी हुई प्रेस रिलीज नहीं पढ़ी जिसमे अलग पार्टी बनाने का जिक्र था। इससे शिवपाल खेमा इस कदर नाराज हो गया है। कभी मुलायम के खासमखास रहे और अब शिवपाल के करीबी माने जाने वाले शारदा प्रसाद शुक्ल, मुलायम के नई पार्टी नहीं बनाने के ऐलान से इतने खफा हुए कि उन्होंने मुलायम सिंह यादव को न सिर्फ नकली समाजवादी करार दिया बल्कि कहा कि दोनों बाप-बेटे मिले हुए हैं। मुलायम सिर्फ अखिलेश को मजबूत करने मे जुटे है।

डिम्पल को जबरन जिताया गया

शारदा शुक्ल ने कहा कि  मुलायम सिंह यादव पार्टी कार्यकर्ताओं और जनता के साथ छलावा कर रहे है। सपा का अब कोई वजूद नहीं रह गया पिछले चुनाव में कन्नौज से डिम्पल यादव 20 हजार वोटो से हार गयी थी, लेकिन सरकार होने के कारण उन्हे जबरन जिताया गया है।

यह भी पढ़ें: कानून सख्त: अब जहरीली शराब से मौत पर मृत्यु दंड की सजा, नया अध्यादेश मंजूर

शारदा प्रसाद शुक्ला ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव मे सपा के प्रत्याशी को हराने का काम खुद करेंगे। इसके लिए सभी लोकसभा सीटों पर वह जमीन पर उतर कर करेगें। उन्होंने कहा कि अब वो मुलायम से वह शिवपाल यादव का साथ देगें।

बता दें कि मुलायम के रवैए से शिवपाल खेमा इस कदर नाराज है कि वो अलग पार्टी बनाने की संभावनाएं तलाशने में जुट गया है। मुलायम के यू टर्न के बाद, शिवपाल अपने समर्थकों में गुस्से को देखते हुए खुद ही खुद ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे, लेकिन ऐन वक्त कैंसिल कर दिया।इसके बाद से जाहिर तौर पर शिवपाल मौन हैं, लेकिन नई पार्टी बनाने की उम्मीद को उन्होंने छोड़ा नहीं है।

LIVE TV