मामले का निस्तारण न होने से नाराज पुलिस अपर महानिदेशक ने लगाई फटकार, जानें मामला
रिपोर्ट – लोकेश त्रिपाठी
अमेठी- अपर पुलिस महानिदेशक कार्मिक एवं जनपद अमेठी के नोडल पुलिस अधिकारी एल०वी० एंटनी देव कुमार 9 दिसंबर से 11 दिसंबर तक अमेठी दौरे पर हैं। जिसमें उन्होंने कल अमेठी कस्बा स्थित पुलिस लाइन पहुंचकर साफ सफाई, साज सज्जा, सुरक्षा एवं अभिलेखों का बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ आर आई प्रियतोश त्रिपाठी और अमेठी के पुलिस क्षेत्राधिकारी पीयूष कांत राय मौजूद रहे ।
अपने निरीक्षण में अपर पुलिस महानिदेशक संतुष्ट नजर आए । इसके उपरांत आज दिनांक 10 अक्टूबर को पूर्वान्ह मुंशीगंज स्थित हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के कावेरी गेस्ट हाउस में जनपद के जनप्रतिनिधि मीडिया कर्मियों तथा जनपद से आए हुए लोगों से उनकी समस्याएं सुनी एवं उनके निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया । वहीं पर अमेठी जनपद की सदर तहसील गौरीगंज के बलीपुर खुर्दवा निवासी त्रिभुवन मिश्र अपनी समस्या को लेकर अपर पुलिस महानिदेशक से मुलाकात की । जिस पर एडीजी महोदय ने बड़े ही गंभीरता से उनकी समस्याओं को सुना और उसके निस्तारण के लिए जिले के अपर पुलिस अधीक्षक दयाराम सरोज को निर्देशित किया ।
पीड़ित त्रिभुवन मिश्र आज दूसरी बार एडीजी महोदय से मिलकर अपनी व्यथा को बताया । इसके पूर्व में लगभग 2 महीने पहले जब एडीजी महोदय अमेठी जनपद के भ्रमण पर आए थे तब जगदीशपुर के BHEL गेस्ट हाउस में पीड़ित ने मुलाकात कर अपनी समस्या को बताया था । जिस पर तत्काल कार्यवाही करने के लिए कहा था और जब इस पर कार्यवाही नहीं हुई तब इसके लिए आज अपर पुलिस अधीक्षक महोदय को फटकार लगाते हुए कड़े शब्दों में निर्देशित किया। पीड़ित ने बताया कि पिछली बार हम मिले थे जिस पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई । मेरा जमीनी विवाद है जिसमें विपक्षी लोग दबंग आदमी हैं । वह शासन और प्रशासन की मिलीभगत से कब्जा करते चले जा रहे हैं। उल्टे पुलिस हमको 151 में एकतरफा चालान कर भेज देती है । इस संबंध में मैंने सभी उच्चाधिकारियों को इसकी शिकायत की है । लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हो रही है ।
सब इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार पाल की संदिग्ध भूमिका को पुलिस क्षेत्राधिकारी गौरीगंज ने दर्शाया भी है । किंतु इसके बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है एडीजी साहब ने एडिशनल साहब को तत्काल एफआईआर करने का आदेश दिया । किंतु मुझे विश्वास है कि मेरा एफ आई आर. नहीं होगा क्योंकि वह लोग बहुत ही पैसे और शोहदेदार आदमी हैं । इसके लिए मैं पिछले 2 सालों से दौड़ रहा हूं । मेरी जमीन को दबंग कब्जा करते चले जा रहे हैं । लेखपाल राजस्व निरीक्षक सभी अवैध कब्जे को लिख रहे हैं किंतु पुलिस के द्वारा किसी भी प्रकार की कोई मदद नहीं मिल पा रही है। इस प्रकरण पर जिलाधिकारी महोदय के साथ-साथ कानून मंत्री बृजेश पाठक ने भी लिखा है। किंतु फिर भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही है । उप जिलाधिकारी के आर्डर को सब इंस्पेक्टर कहते हैं कि यह कोई आर्डर नहीं है। एसडीएम का आर्डर मैं नहीं मानता । इस तरह का बहुत आर्डर आता जाता है । इसके बावजूद सब इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार पाल यहीं पर बने हुए हैं और धमकी दे रहे हैं ।मैं उनको बर्बाद कर दूंगा हमारा ट्रांसफर नहीं हुआ होगा ।
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जबकि तीन चार बार इनका ट्रांसफर हो चुका है। राजस्व विभाग कह रहा है कि संक्रमणीय भूमि होने के चलते मैं F.I.R. नहीं करूंगा । आप स्वयं F.I.R. करिए लेकिन पुलिस वाले F.I.R. नहीं दर्ज कर रहे हैं । अगर पुलिस नहीं करना चाहती तो यह लिखकर दे दे कि यह एसडीएम का मामला है । लेकिन कोई समाधान नहीं निकाला जाता है। सब फर्जी रिपोर्ट लगाकर दे देते हैं। एडीजी महोदय ने आश्वासन दिया है कि इसकी एफ आई आर होनी चाहिए और यह बहुत परेशान है । इस पर उन्होंने अपर पुलिस अधीक्षक से कहा कि यह तुम लोगों की वजह से बहुत परेशान है इसकी एफ आई आर करिए और कार्यवाही करें क्योंकि एसडीएम के आदेश का उन लोगों ने अवहेलना किया है।