
नौचंदी थाना पुलिस ने गुरुवार रात एक अज्ञात युवक के शव की जांच और पंचनामे की प्रक्रिया से बचने के लिए घिनौनी करतूत की। शव को ई-रिक्शा में लादकर मात्र 500 मीटर दूर दूसरे थाना क्षेत्र लोहियानगर में फेंक दिया गया।
यह पूरी घटना एक दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसके वायरल होने पर एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने चौकी प्रभारी जितेंद्र कुमार और सिपाही राजेश को तत्काल निलंबित कर दिया। होमगार्ड रोहताश की सेवा समाप्त करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। दोनों थाना प्रभारियों की भूमिका की विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
एसएसपी ने बताया कि घटना रात करीब 1:40 बजे नौचंदी थाना क्षेत्र की शास्त्रीनगर एल ब्लॉक चौकी के पास हुई। फैंटम पर तैनात सिपाही राजेश और होमगार्ड रोहताश ने शव को ई-रिक्शा में लादा और लोहियानगर थाना क्षेत्र के काजीपुर निवासी रोनित बैंसला की स्टेशनरी दुकान के बाहर फेंक दिया।
सुबह दुकानदार रोनित ने शव देखा तो घबरा गए और तुरंत लोहियानगर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज चेक किया, जिसमें दो यूनिफॉर्मधारी पुलिसकर्मी और होमगार्ड स्पष्ट दिख रहे थे। फुटेज में दिखा कि वे मोटरसाइकिल पर पहुंचे, शव को ई-रिक्शा से उतारा और दुकान के बाहर पटक दिया।
दुकानदार रोनित ने पूरे फुटेज एसएसपी को सौंप दिए, जिसके बाद कार्रवाई तेज हुई। नौचंदी और लोहियानगर थाना प्रभारी दिनभर सीमा विवाद में उलझे रहे और वरिष्ठों को सूचना देना उचित नहीं समझा, जिससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए। दुकानदार के शिकायत पर ही शव का पंचनामा भरा गया। एसएसपी ने कहा कि विभागीय जांच अधिकारी एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह तीन दिनों में रिपोर्ट सौंपेंगे।
मृतक की पहचान अभी नहीं हो पाई है। एसपी सिटी ने बताया कि शव पर कोई चोट या हिंसा का निशान नहीं मिला। यह हत्या, हादसा, कड़ाके की ठंड या अन्य कारणों से मौत हो सकती है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा। नियमानुसार 72 घंटे बाद शव का पोस्टमार्टम होगा। शव की तस्वीरें पुलिस ग्रुप और सोशल मीडिया पर डालकर पहचान की अपील की गई है। फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल होने से पुलिस की किरकिरी हो गई है।



