
अमौसी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इंडिगो के परिचालन संकट ने शुक्रवार को हाहाकार मचा दिया, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। कुल 8 उड़ानें रद्द होने से लगभग 2400 यात्री प्रभावित हुए, जबकि समग्र रूप से करीब 10,000 यात्रियों की योजनाएं धरी रह गईं। दिल्ली, मुंबई, बेंगलोर और हैदराबाद जैसे प्रमुख रूटों पर सीधी उड़ानें बंद होने से यात्री कनेक्टिंग फ्लाइट्स या अन्य साधनों पर निर्भर हो गए।
इस संकट का मुख्य कारण इंडिगो की 7 उड़ानों के रद्द होने के साथ-साथ एक एयर इंडिया फ्लाइट का प्रभावित होना रहा। इंडिगो, जो देश की 70 प्रतिशत घरेलू उड़ानों का संचालन करती है, नए पायलट ड्यूटी टाइम लिमिट (एफडीटीएल) नियमों के दूसरे चरण को लागू करने में योजना की कमी के चलते जूझ रही है। शुक्रवार को दिल्ली एयरपोर्ट से सभी घरेलू उड़ानें मध्यरात्रि तक रद्द कर दी गईं, जिसका असर लखनऊ जैसे अन्य हवाई अड्डों पर भी पड़ा।
रद्दीकरण के बाद टिकटों के दामों में भारी उछाल आ गया। उदाहरण के तौर पर, मुंबई रूट का सामान्य 5,000 रुपये का किराया 48,000 रुपये तक पहुंच गया, जबकि दिल्ली, हैदराबाद और बेंगलोर रूटों पर भी 5-10 गुना कीमत वृद्धि दर्ज की गई। एक फंसे यात्री ने बताया कि बेंगलोर जाने के लिए दिल्ली के रास्ते कनेक्टिंग फ्लाइट का खर्च 44,000 रुपये पड़ा। इस वजह से यात्रियों की आर्थिक स्थिति पर भी गहरा असर पड़ा।
उड़ानें रद्द होने के बाद यात्रियों को बस, ट्रेन या कनेक्टिंग फ्लाइट्स का सहारा लेना पड़ा, जिससे यात्रा में घंटों की देरी हुई। कई यात्री हवाई अड्डे पर असमंजस में फंसे रहे, जहां एयरलाइन अधिकारियों से स्पष्ट जानकारी न मिलने पर गुस्सा भड़क गया।
एक तीर्थयात्री ने कहा, “दो घंटे से फ्लाइट स्टेटस की जानकारी के लिए इंतजार कर रहे हैं, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।” सेंट्रल रेलवे ने प्रभावित यात्रियों की मदद के लिए लखनऊ समेत कई रूटों पर विशेष ट्रेनें चलाने का ऐलान किया है।
इंडिगो ने माफी मांगते हुए कहा कि 5 से 15 दिसंबर तक रद्दीकरण या पुनर्निर्धारण पर कोई शुल्क नहीं लगेगा और रिफंड मूल भुगतान माध्यम पर स्वचालित रूप से प्रोसेस हो जाएगा। डीजीसीए ने कंपनी को फरवरी 2026 तक नियमों में अस्थायी छूट दी है, लेकिन विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने क्रू मैनेजमेंट पर नाराजगी जताते हुए जांच समिति गठित करने का आदेश दिया है।
यात्रियों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर हस्तक्षेप की मांग की है। अमौसी एयरपोर्ट पर स्थिति अभी भी चिंताजनक बनी हुई है, और अधिकारियों से शीघ्र समाधान की उम्मीद की जा रही है।




