महज 80 रुपये थी मौत के सामान की कीमत, अंदर जाते ही होती थी सीने और आंखों में जलन
यूपी के बुलंदशहर जिले के सिकंदराबाद के जीतगढ़ी में शराब तस्कर कुलदीप के घर से ही मौत के सामान का वितरण हो रहा था। गुरुवार की शाम को तकरीबन 6 बजे कुछ लोग गांव के एक छोर पर स्थित शराब तस्कर के घर से ही अस्सी-अस्सी रुपये के पव्वे खरीदकर लाए थे। सभी ने जैसे ही शराब पी तो कुछ देर में सभी के सीने और आंखों में जलन होने लगी।
जब हालत बिगड़ी तो परिजन अस्पताल की ओर रवाना हुए। लेकिन चार लोगों ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। जबकि एक की मौत शुक्रवार सुबह तकरीबन 10.30 बजे अस्पताल में हुई। आपको बता दें कि जीगगढ़ी गांव निवासी कुलदीप लंबे समय से पुलिस और आबकारी विभाग की शह पर गांव में अवैध शराब बेचने का काम कर रहा था। गांव में जो भी उसके खिलाफ शिकायत की हिम्मत करता उसे धमकी दिलवा दी जाती थी।
इतना ही नहीं वह खुद भी सभी को यह धमकाता रहता था कि उसका कोई भी कुछ बिगाड़ नहीं सकता। वहीं गांव के कुछ लोग कुलदीप के पक्के ग्राहक भी थे। जहरीली शराब पीने के बाद मरने वाले कलुआ के परिजनों ने मीडिया को बताया कि उसके पिता 80 रुपये का पव्वा खरीदकर लाए थे। जिसे पीने के बाद से ही उनके सीने और आंखों में जलन होने लगी। फिर जब उसे खून की उल्टियां होने लगी तो परिजन उसे लेकर अस्पताल गये। जहां तकरीबन 8.40 बजे उसने दम तोड़ दिया। इसी बीच गांव के ही सरजीत की हालत बिगड़ी तो उसे भी अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी भी मौत तकरीबन 8.50 बजे हो गयी। देखते ही देखते गांव के सुखपाल और सतीश की भी जान उसी रात चली गयी।