ममता बनर्जी ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने शुक्रवार को दूसरे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। ममता ने यहां इंदिरा गांधी सरनी (रेड रोड) में आयोजित एक समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर कई राजनेता और हजारों की तादाद में आम लोग मौजूद थे।
ममता राज्य की आठवीं मुख्यमंत्री और पहली महिला मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने बांग्ला में शपथ ली।
शपथ-ग्रहण समारोह में भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे, बांग्लादेश के उद्योग मंत्री आमिर हुसैन अमु, केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और बाबुल सुप्रियो, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तथा जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला शामिल थे।
राज्य मंत्रिमंडल में नए चेहरे
इस बार राज्य मंत्रिमंडल में जो नए चेहरे दिखेंगे उनमें पूर्व भारतीय क्रिक्रेटर लक्ष्मी रतन शुक्ला, सोवनदेब चट्टोपाध्याय, कोलकाता के महापौर सोवन चटर्जी, अबनी मोहन जोरदर, अब्दुर रज्जाक मुल्ला, सुवेंदु अधिकारी, रवींद्रनाथ घोष, चामूमनि महतो, जेम्स कुजुर , सिद्दिकुल्ला चौधरी, आसिमा पात्रा हैं।
ममता बनर्जी हुईं थीं भावुक
इससे पहले अपनी जीत पर ममता बनर्जी ने कहा था कि चुनावों के दौरान उन्हें मीडिया कवरेज कम दिया गया। एक प्रेंस काफ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा था कि ये मेरी नहीं जनता की जीत है। वो नतीजों के बाद काफी भावुक हो गयी थीं| ममता ने कहा था कि जनता की खुशी ही हमारी खुशी है।
ममता ने कहा था, ‘जनता ने विरोधियों को जवाब दे दिया है। हम अकेले लड़े और सबको हराया। पिछले दो साल से हमारे खिलाफ अभियान चलाकर मुझे बुरा बनाने की कोशिश हुई। ये जीत हमारे अच्छे काम का नतीजा है’।
उन्होंने कहा था, ‘हम जो वादा करते हैं उसे पूरा करते हैं। विकास ही हमारा एजेंडा है। हमारे भीतर भी कुछ कमियां हैं, जिसे हम दूर करेंगे। भाजपा के सकारात्मक रुख को हम सपोर्ट करेंगे’।
साथ ही उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी की सबसे बड़ी यूएसपी कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी हैं। अगर गठबंधन की जरूरत पड़ी तो लालू-नीतीश के साथ जाऊंगी। अगर सीपीएम के साथ कांग्रेस रहेगी तो हम कांग्रेस से नाता नहीं रखेंगे।