भारी बारिश बढ़ा रही गंगा का जल स्तर, बाढ़ के डर से लोगों में दहशत

गंगा का जल बढ़ने से कटान तेजरिपोर्टर: दिलीप कटियार

फर्रुखाबाद। पहाड़ों और मैदानी क्षेत्र में हो रही भारी बारिश का प्रभाव दिखाई पड़ने लगा है। गंगा में बढ़ रहे जलस्तर से तटीय इलाकों में खलबली मच गयी है। मामला फर्रुखाबाद का है जहां गंगा का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। निचले इलाके में दहशत का  माहौल है। गंगा का जल बढ़ने से कटान तेज हो गया है। बाढ़ की आशंका से भयभीत ग्रामीण नदी के जलस्तर पर निगाह जमाए हुए हैं।

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गंगा नदी का जलस्तर बढ़कर 135.25 मीटर पर पहुंच गया। हालांकि यह जलस्तर चेतावनी बिंदु 136.60 से काफी नीचे है। मगर जिस तरह से पानी का प्रभाव बढ़ रहा है उससे ग्रामीणों की बेचैनी बढ़ती जा रही है।

जिले के विकास खण्ड राजेपुर क्षेत्र के गांव तीस राम की मड़ैया,सुंदरपुर सहित दर्जनों गांव है। जो गंगा के कटान से मात्र 10 से 15 मीटर पर है। किसी समय भी गंगा में समाने को तैयार खड़े है। जिससे वहां के लोग भयभीत नजर आ रहे है।

तीसराम मड़ैया के बीरेंद्र बर्मा का कहना है कि मैंने एक साल में ग्राम प्रधान से लेकर कई नेताओं, अधिकारीयों नदी के काटन परेशानी को बताया। लेकिन हर किसी की चौखट से खाली हाथ ही लौटना पड़ा मजबूर होकर सभी मकान खाली करने लगे हैं।

जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार का कहना है कि नदी के जल स्तर को देखते हुए निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सभी राजस्व कर्मियों से कहा गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में जलस्तर पर निगरानी रखें। कहीं पर भी राहत की जरूरत है तो उसे समय से पहुंचकर उपलब्ध कराई जाए। इसमें किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।

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बता दें जिले में गंगा नदी की बाढ़ से हर साल 300 से अधिक गांव प्रभावित होते हैं। बाढ़ की तबाही से बचाने के जिला प्रशासन योजनायें बनाने का दावा करता तो है। मगर उसकी नीतियों में किसी तरह का दम नहीं दिखाई दे रहा  है। नदी के मुहाने पर बसे गांवों में जहां नदियों के बढ़े जलस्तर से ग्रामीणों की परेशानियाँ बढ़ती जा रही है। तो वहीं जिम्मेदार अफसरों की लापरवाही साफ तौर पर दिखाई दे रही है।

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