पीएम को चुनौती देना मुस्लिमों के आका को पड़ गया भारी, मोदी के सिपाही ने किया ऐसा इलाज कि उतर गई…

भारत सरकारनई दिल्ली। कुछ दिन पहले सुर्ख़ियों में छाए कोलकाता की टीपू सुल्तान मस्जिद के शाही इमाम मौलाना नूर-उर रहमान बरकती ने शनिवार को अपनी गाड़ी से लाल बत्ती हटा दी। लेकिन इससे पहले बरकाती ने भारत सरकार के आदेश को मानने से इंकार करते हुए अपनी गाड़ी से लाल बत्ती हटाने से इंकार कर दिया था। उस समय उन्होंने कहा था कि, “मैं क्यों केंद्र सरकार के आदेश का पालन करूं।“ हालांकि, बरकती के इस बयान के बाद उनके ऊपर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एक नेता ने सरकार का आदेश न मानने का मुकदमा दर्ज करवाया था।

बता दें टीपू सुल्तान मस्जिद के शाही इमाम मौलाना नूर-उर रहमान बरकती ने सरकार के आदेश को मानने से इनकार करते हुए कहा था कि वह लाल बत्ती लगाना जारी रखेंगे।

उन्होंने कहा था कि लाल बत्ती लगाने की इजाजत तो ब्रिटिश सरकार के समय से मिली हुई है, तो मैं लाल बत्ती क्यों हटाऊ।

उस समय बरकाती के इस बयान के बाद बीजेपी नेता सूरज कुमार सिंह ने उनके खिलाफ भारत सरकार का आदेश न मानने के कारण मुकदमा दर्ज करवाया था।

गौरतलब है की 1 मई 2017 से भारत सरकार ने वीआईपी कल्चर को खत्म करते हुए लाल बत्ती लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया था। साथ ही सरकार का यह बैन केंद्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, राज्य के कैबिनेट मंत्रियों. ब्यूरोक्रेट और हाई कोर्ट तथा सुप्रीम कोर्ट के जज पर भी लागू हुआ था।

सरकार ने लाल बत्ती लगाने की इजाजत सिर्फ पांच लोगों को दे रखी है। जिनमे राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस तथा लोकसभा की स्पीकर शामिल है।

उल्लेखनीय है की सरकार के इस फैसला के बाद देशभर में लाल बत्ती लगाने पर रोक लगा दी गई थी।

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