भारत की पहली महिला विधायक जिन्होंने बाल विवाह के खिलाफ लड़ी लड़ाई, जन्मदिवस पर आज गूगल ने बनाया डूडल !   

आज है मुथुलक्ष्मी रेड्डी का जन्मदिवस | कुछ लोग शायद नहीं जानते होंगे और ज़्यादातर लोग जानते भी होंगे | तो आज गूगल ने उनको विश करने के लिए उनके 133वें जन्मदिन पर डूडल बनाया |

मुथुलक्ष्मी रेड्डी जो थीं भारत की पहली विधायक, इसके साथ ही शिक्षक, सर्जन और समाज सुधारक | मुथुलक्ष्मी ऐसी पहली स्टूडेंट थीं जिन्होंने महाराजा कॉलेज और मद्रास कॉलेज जैसे इंस्टिट्यूट में दाखिला लिया था |

उन्होंने बड़े सारे कार्य किए | जो समाज के हित में हुए | उन्होंने सामाजिक असामनता, लिंग आधारित असामनता और स्वास्थ्य के क्षेत्र में आम जनता को सेवा प्रदान करने की दिशा में अपने प्रयासों के लिए भी जाना जाता है |

ये भारत की पहली ऐसी महिला सर्जन थीं जिन्होंने सरकारी अस्पताल में सर्जन के रूप में काम किया था | उनके पहले किसी महिला ने ऐसा नहीं किया था |

 

आधिकारियों ने बताया- ‘अमरनाथ यात्रा के 29 दिनों में 3 लाख 20 हजार ने श्रधालुओं ने किए दर्शन’ !

 

उन्होंने अपनी ज़िन्दगी से जुड़े फैसले भी बड़ी ही जिंदादिली से लिए | जब उनकी शादी की बात हुई तो उन्होंने शादी को ठुकराकर पढ़ाई को दर्जा दिया | और जब वे ग्रेजुएशन के दिनों में थीं तब उनकी दोस्ती एनी बेसेंट और सरोजिनी नायुडू से हुई |

तमिलनाडु में हर साल उनकी याद में 30 जुलाई को अस्पताल दिवस मनाया जाता है | उनका जन्म 30 जुलाई 1883 को साउथ स्टेट तमिलनाडु में हुआ था | उन्होंने कम उम्र में लड़कियों की शादी रोकने के लिए नियम बनाए| यही नहीं, अनैतिक तस्करी नियंत्रण अधिनियम को पास करने के लिए परिषद से आग्रह किया |

इन महान योगदानों के चलते मुथुलक्ष्मी रेड्डी को 1956 में पद्मभूषण अवॉर्ड से सम्मानित किया गया | 22 जुलाई 1968 को चेन्नई में उनका निधन हो गया था. उन्होंने अपने जीवन में युवा लड़कियों की जिंदगी बदली |

 

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