भारत इस प्रणाली से खाक में मिला देगा पाकिस्तान को
नई दिल्ली। भारतीय नौसेना ने सतह से हवा में लम्बी दूरी के लिए एयर मिसाइल प्रणाली (एलआरएसएएम) को बिना पायलट के लक्ष्य विमान (पीटीए) के खिलाफ 20 सितंबर को 10:10 बजे और 14:25 बजे अंतरिम परीक्षण रेंज (आईटीआर), बालासोर उड़ीसा से सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
एलआरएसएएम प्रणाली को भारत के डीआरडीओ और इसराइल के आइएआई के बीच एक संयुक्त उद्यम के माध्यम से विकसित किया गया है।
सैम प्रणाली के नौसैनिक संस्करण का इस बार जमीन पर परीक्षण किया गया जबकि पहले इसे अंतरिम परीक्षण रेंज (आईटीआर) से नौसेना जहाज पर किया गया था। दोनों मिसाइलें अपने लक्ष्यों को सीधे विभिन्न श्रेणियों और ऊंचाई पर नियोजित करता है। मिसाइलों के उड़ान की गति को आईटीआर में स्थापित रडारों और विद्युत ऑप्टिकल प्रणालियों द्वारा पता लगाकर नजर रखा जाता है।
कई उद्योगों जैसे बीडीएल, मिधानी, टाटा, गोदरेज, एसईसी, पीईएल, आदित्य और अन्य के सहयोग से इस मिसाइल प्रणाली को विकसित किया गया है। इसके सफल परीक्षण में इजराइल और भारत दोनों देशों के वैज्ञानिकों और तकनीशियनों ने योगदान दिया है।
इजराइल टीम का नेतृत्व इसराइल के आईएआई के उपाध्यक्ष बोएस लेवी ने किया जबकि भारतीय टीम में योजना निदेशक पैट्रिक डिसिल्वा, डीआरडीएल के निदेशक एम एस आर प्रसाद और आईटीआर के निदेशक डॉ बी के दास थे। इस अवसर पर रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार एवं डीजी (एमएसएस) डॉ जी सतीश रेड्डी भी उपस्थित थे।