भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओ ने जाम किया हाइवे, जलाई गन्ने की होली

रिपोर्टर : नीरज सिंघल,

सहारनपुर:- सहारनपुर के सरसावा के अंबाला हाइवे पर कार्यकर्ताओं एवं किसानों ने बकाया गन्ना भुगतान, गन्ना मूल्य साढे चार सौ रुपए प्रति कुंतल किए जाने, गन्ना किसानों को क्लेंडर में दर्शायी गई गलत पर्चियां संशोधित कराए जाने, पूर्व की भांति 15 कुंतल गन्ने के हाडे को ही आधार मानकर पर्ची तय की जाने को लेकर जोरदार धरना प्रदर्शन किया।

किसानों द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर देने के बाद हरियाणा की और आने जाने वाले वाहनों की कई किलोमीटर लंबी कतारें लग गई। लोग जाम में बुरी तरह फंस गए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने सत्ता में आने से पहले किसानों के साथ जो वादा किया था। उसे ढाई साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी पूरा नहीं किया गया।

आज किसानों के सामने अपने बच्चों की स्कूल फीस राशन दुकानदारों का पैसा व्यापारियों का पैसा देने तक के लाले पड़ रहे हैं , वही पराली सत्र को शुरू हुए 1 माह से ऊपर हो गया है लेकिन सरकार ने गत वर्ष के गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं किया है ऐसे में किसान के सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है। किसानों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि जब तक धरती पर किसान परेशान रहेगा इस धरती पर तूफान रहेगा।

वक्ताओं ने जानकारी देते हुए बताया कि आज से पहले भी किसान अपने खेत में ही पाती पराली को जला रहा था लेकिन सरकार ने दमनकारी नीति अपनाते हुए पाती, पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ मुकदमे दर्ज करा दिए हैं। डेढ़ घंटे के बाद धरना स्थल पर पहुंचे एसडीएम नकुड पूर्ण सिंह राणा को चार सूत्रीय ज्ञापन सौंपते हुए किसानों ने कहा कि यदि किसानों पर हुए मुकदमे वापस ना हुए और किसानों की चारों मांगों को पूरा नहीं किया गया तो उसके बाद किसान लामबंद होकर 21 दिसंबर को जिला मुख्यालय पर हल क्रांति आंदोलन चलाने से पीछे नहीं हटेगा।

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इस संबंध में एसडीएम नकुड पूरन सिंह राणा ने कहा कि किसानों द्वारा दिए गए ज्ञापन को मुख्यमंत्री तक पहुंचाए जाएंगे साथ ही किसानो के पराली जलाने के मुद्दे को लेकर शासन प्रशासन गंभीर है इसी को देखते हुए किसानों से गन्ना विभाग के सुपरवाइजर वह कृषि विभाग के सुपरवाइजर पराली लेंगे और उन्हें जनपद में जगह देंगे बनी गौशाला में भिजवा एंगे ताकि एनजीटी के नियमों का उल्लंघन ना हो सके।

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