गैरकानूनी कब्जे पर घिरे जिनपिंग, अब मोदी से करेंगे बात
पणजी| आठवें ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने शनिवार को भारत आए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा है| ये प्रदर्शन चीन के गैरकानूनी कब्जे के खिलाफ तिब्बती लोगों ने किया है|
गोवा के मारगो इलाके में ‘तिब्बत को आजाद करो’ और ‘चीन तिब्बत से बाहर हो’ के पोस्टर लिए इन प्रदर्शनकारियों ने जिनपिंग के खिलाफ नारेबाजी की| ये सभी तिब्बत यूथ कांग्रेस के सदस्य बताए जा रहे हैं| इसी इलाके में ब्रिक्स सम्मेलन हो रहा था| बाद में के इन प्रदर्शन कर रहे लोगों को गोवा पुलिस ने हिरासत में ले लिया|
इन लोगों ने बुधवार से ही इस प्रदर्शन की तैयारी की हुई थी| तिब्बत यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष टेनजिंग जीम ने पहले ही एक बयान जारी कर कहा था कि जब तक चीन की कम्युनिस्ट सरकार अपनी पॉलिसी में बदलाव नहीं करेगी और अधिग्रहण नहीं हटेगा, तब तक यह जंग जारी रहेगी|
गौरतलब है कि गोवा में ब्रिक्स सम्मेलन चल रहा है| इसके लिए शी चिनपिंग शुक्रवार को ही गोवा पहुंचे हैं। यह सम्मेलन 15 से 17 अक्टूबर तक चलेगा|
इस यात्रा के दौरान जिनपिंग का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने का भी कार्यक्रम है| माना जा रहा है कि इस मीटिंग के दौरान भारत, पाकिस्तान का मुद्दा उठा सकता है| साथ ही, भारत की तरफ से चीन को यह भी बताया जाएगा कि अगर पाकिस्तान में आंतकवाद का खात्मा नहीं हुआ तो उसका चीन-पाक कॉरिडोर भी खतरे में पड़ सकता है|