
रिपोर्टर–सैय्यद अबू तलहा
लखनऊ-विगत काफी समय से बैंकिंग के क्षेत्र में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो रही है जिसको लेकर कॉपरेटिव बैंक एम्पलाइज यूनियन उत्तर प्रदेश के द्वारा राजधानी लखनऊ प्रेस क्लब में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया ।
जिसमें यूनियन के प्रदेश महामंत्री महेश प्रताप सिंह ने बताया कि 25 जिला सहकारी बैंकों को संकट का सामना करना पड़ रहा है छोटी पूंजीगत आधार होने के कारण यह बैंक प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना नहीं कर पा रहे हैं प्रदेश के 50 जिला सहकारी बैंकों की 1335 शाखाओं एवं शीर्ष बैंकों की 29 शाखाओं का व्यापक परिदृश्य आधार है तथा प्रदेश के 7439 बैंको को फैक्स के माध्यम से कृषि ऋण का वितरण कर रही है।
महेश प्रताप सिंह ने कहा कि 16 बैंकों को 1923 करोड़ की वित्तीय सहायता के बावजूद मजबूत सहकारी ऋण ढांचा नहीं खड़ा हो पाया है और इनमें से कई बैंकों का कार्य सामान्य नहीं है तथा यह बैंक अभी भी बैंकिंग के कार्य में सक्रिय रूप से भाग नहीं ले पाए हैं ।महेश प्रताप ने कहा कि उत्तर प्रदेश सहकारी के तमाम बैंक और कोऑपरेटिव बैंकों का विलयनीकरण हो और उसका संचालन किसी बैंकिंग के एक्सपर्ट को दिया।
जाए ना कि अन्य विभाग के अधिकारियों से इसका संचालन कराया जाए साथ ही इन्होंने बैंक कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर भी आवाज उठाई और कहा कि सरकार को जल्द से जल्द इनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए महेश प्रताप सिंह ने बताया कि इन समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री आवास सीएम से मिलने भी गए मगर उनसे मुलाकात नहीं हो पाई।
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इसके बाद उन्हें सहकारिता मंत्री के पास भेज दिया गया सहकारिता मंत्री ने इनकी बात सुनने के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है महेश प्रताप सिंह ने बताया कि इससे पहले पूर्व में भी इस प्रकार के आश्वासन मिल चुके हैं मगर कोई भी कार्रवाई नहीं हो रही महेश प्रताप सिंह ने कहा कि बैंकिंग से संबंधित तमाम समस्याओं को लेकर कल कॉपरेटिव बैंक एम्पलाइज यूनियन प्रदेश के तमाम कर्मचारियों द्वारा प्रदर्शन किया जाएगा ।