बेहतर पिता और बेटे के साथ ज़िन्दगी जीने के लिए छोड़ दी इस व्यक्ति ने IPS की नौकरी !

नौकरी और बिजनेस करने के दौरान जीवन की कई ऐसी चीजें हैं जो न चाहते हुए भी छूट जाती है, लेकिन समय रहते इन लम्हों की अहमियत मालूम चलें, तो इंसान कैसे भी करके इन्हें जी लेता है.

ऐसा ही एक मामला कर्नाटक का सामने आया है जिसमें एक IPS ऑफिसर ने बेटे संग जिंदगी के इन सभी लम्हों को जीने के लिए हाई-प्रोफाइल नौकरी से इस्तीफा दे दिया है. हां ये वही पद है जिसके लिए युवा दिन रात UPSC परीक्षा की तैयारी करते हैं.

 

आइए जानते हैं कौन हैं ये शख्स…

इस IPS ऑफिसर का नाम के. अन्नामलाई है. 9 साल तक सेवा देने के बाद उन्होंने मंगलवार (28 मई) को इस्तीफा दिया है.

वह बेंगलुरू साउथ डिवीजन के पुलिस कमीशनर के पद पर नियुक्त थे. के. अन्नामलाई तमिलनाडु के करूर के मूल निवासी हैं. वह 2011-बैच के कर्नाटक-कैडर अधिकारी हैं.

के. अन्नामलाई राजनीति से जुड़ने के लिए सेवा से इस्तीफा देने की बात कर रहे थे जिसके लिए वह पिछले कुछ दिनों से घर के चक्कर काट रहे थे.

उन्होंने अपने सहयोगियों को एक पत्र में लिखा कि वह अपने जीवन का अगला कदम लेना चाहते हैं जिसमें वह अपने परिवार के साथ कुछ समय बिताना चाहते हैं.

उन्होंने लिखा है कि वह खेती करना चाहते हैं. इसी के साथ उन्होंने खाकी वर्दी को “गर्व की भावना” को वर्णित किया. उन्होंने कहा एक पुलिस अधिकारी की नौकरी में कई चुनौतियां शामिल हैं और उन्होंने  हर चुनौती का पूरा आनंद लिया.

के. अन्नामलाई ने बताया कि बतौर IPS के पद पर काम करने के दौरान कई महत्वपूर्ण कार्य हैं जिन्हें वह कर नहीं पा रहा हैं. उन्होंने लिखा कि  “मैं जीवन में उन छोटी चीजों का आनंद लेना चाहता हूं, उन चीजों के लिए समय निकालना चाहता हूं जिन्हें मैंने मिस कर दिया है.

 

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उन्होंने आगे लिखा- “मैं अपने बेटे के लिए एक अच्छा पिता बनना चाहता हूं और अपने बेटे के साथ समय बिताना चाहता हूं. मैं घर वापस खेती करना चाहता हूं और देखना चाहता हूं कि क्या मेरी भेड़ें अब भी मुझे सुनती हैं क्योंकि मैं अब और नहीं पुलिस कमीश्नर नहीं हूं.

के. अन्नामलाई ने कहा कि उन्होंने पिछले साल कैलाश मानसरोवर की यात्रा की जिससे उन्हें “जीवन में अपनी प्राथमिकताएं निर्धारित करने की मदद की. उन्होंने यह भी कहा IPS अधिकारी मधुकर शेट्टी की मृत्यु का उनके जीवन पर काफी गहरा प्रभाव पड़ा.

मीडिया से बात करते हए के. अन्नामलाई ने राज्य के लोगों को उन्हें सेवा का मौका देने के लिए धन्यवाद दिया. राजनीति में उनकी आकांक्षाओं के बारे में सवालों के जवाब में, अन्नामलाई ने कहा कि उन्होंने किसी राजनीतिक दल से बात नहीं की और न ही इस बारे में कोई फैसला लिया है.

उन्होंने कहा “मैंने लोकसभा चुनाव के लिए इंतजार किया ताकि मैं इस्तीफा दे सकूं. मेरे इस्तीफे के दिन से, मैं एक आम आदमी हूं. मुझे अपने बेटे के साथ समय बिताने के लिए चार या पांच महीने का ब्रेक चाहिए.

मैं सामाजिक कार्यों में शामिल होने की योजना बना रहा हूं ताकि शिक्षित और बेरोजगार युवाओं की मदद कर सकूं.

के. अन्नामलाई अपने सहकर्मियों के साथ- साथ आम जनता में भी लोकप्रिय थे. उन्हें उडुपी और चिक्कमगलुरु में पुलिस अधीक्षक के रूप में कामकला, उडुपी जिले में सहायक पुलिस अधीक्षक के रूप में याद किया जाता है.

उन्होंने ईमानदारी के साथ काम करने के लिए अपने सहयोगियों, विशेष रूप से जूनियर्स को धन्यवाद दिया.

 

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