बेतवा नदी की धारा रोककर किया जा रहा अवैध खनन, प्रशासन को नहीं कोई खबर
रिपोर्ट-अनुज कौशिक/जालौन
जालौन में इन दिनों माफिया अवैध खनन करने से चूक नहीं रहे है। माफियाओं द्वारा मौरम का खनन नदी की धारा को रोककर खुलेआम किया जा रहा है. इसके बाबजूद प्रशासनिक अधिकारी अपनी आँखों पर गांधारी की तरह पट्टी बांधकर बैठे हुए है और किसी प्रकार की कोई कारवाही इन माफियाओं के खिलाफ नहीं कर रहे है। वही सरकार द्वारा मजदूरों से मौरम भरवाने की अनुमति दी गई है लेकिन खनन माफिया पोकलैंड की मदद से यह कारोबार कर रहे है।
उत्तर प्रदेश में पिछली बार सीबीआई ने खनन से जुड़े मामले में एक के बाद एक छापेमारी की थी और इस छापेमारी के बाद कुछ दिनों तक अवैध तरीके से होने वाला खनन बंद हो गया था। लेकिन जैसे ही सीबीआई ढीली पड़ी वैसे ही जालौन में खनन माफिया सक्रीय हो गए। जनपद की सीमा से निकली वेतवा नदी में खनन माफिया बेखौफ होकर खनन करने मे लगे हुये है।
लेकिन इन माफियाओं पर जनपद प्रशासन किसी प्रकार का अंकुश नही लगा पा रहा है। यहाँ माफियाओं ने कदौरा क्षेत्र के बसरेही के खंड संख्या 1 के गाटा संख्या 596 से निकली वेतवा नदी की धारा को रोककर पोकलैंड मशीनों द्वारा अवैध खनन ज़ोर शोर से कर रहे है। बालू माफिया ने अपनी गुन्डई के दम पर और सफेद पोश नेताओ से मिलकर कर पूरे इलाके को अपने कब्जे में कर रखा है।
जिस कारण कोई भी उनके खिलाफ बोल नही पाता है। जालौन की वेतवा नदी से जिस बालू का खनन किया जाता है वह उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जनपद मे सप्लाई होती है और यहाँ पर सैकडो की तादात मे ट्रक दिल्ली, हरियाणा से भी आते है। जो केवल मामूली रायल्टी देकर दो ट्रको की बालू भरकर ले जाते है। जालौन में खनन विभाग में केवल 25 पट्टे दर्ज है। जिसमे से केवल 3 घाट का संचालन किया जा रहा है।
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वह भी राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण द्वारा एनओसी प्राप्त होने के बाद आवांटित हुये है और इन्हे तभी मंजूरी दी गई थी कि वह कोई मशीन का प्रयोग नहीं करेंगे और मजदूरों द्वारा ही काम करायेंगे, लेकिन खनन माफिया मजदूरों की जगह पोकलैंड मशीनों से खनन करा रहे है। जिन स्थानों पर नदी की धारा रोककर खनन किया जा रहा है वह सुरेश चंद्र गुप्ता द्वारा संचालित बसरेही, भेडी खुर्द, बंधौली है।
जिन घाटों को विजय गुप्ता के साथ सुरेश चन्द्र गुप्ता द्वारा संचालित किया जा रहा है। वही बताया गया कि बसरेही में जो घाट चल रहा है उस पर अधिकारियों का पूरा पूरा हाथ है, इसीलिये यहां कांटा लगा होने के बाबजूद गाड़ियां धर्मकांटे से न निकलकर बगल से ओवर लोड निकाल दी जाती है। इसीलिये खनन माफियाओं बेधड़क होकर ओवर लोड गाड़ियां और नदियों की धारा को रोककर खनन करा रहे है। ट्रकों को ले जाने वाले ड्राइवर भी बेधड़क होकर बोल रहे उनके मालिक अधिकारियों की सेवा करते है इसीलिये ट्रकों को ओवरलोड ले जा रहे है।