बुलंदशहर हत्याकांड : कार मुड़ते ही शुरु कर दी गयी ताबड़तोड़ फायरिंग, गोलियों की आवाज से दहल उठे थे ग्रामीणों

यूपी के बुलंदशहर जिले के ककोड़ इलाके के धनौरा में आरोपी बनाए गए हमलावरों को पुलिस 24 घंटे बाद भी गिरफ्तार नहीं कर पाई है। घटना के बाद दूसरे दिन भी गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। वहीं कार पर गोली बरसा संदीप की हत्या करने वाले उसके पिता धर्मपाल, गनर विश्वेंद्र को घायल करने के आरोपी बनाए गए 4 लोगों में से 2 पहले से ही जेल में बंद हैं।

वहीं गांव के ही 2 अन्य आरोपियों को भी घटना की साजिश रचने का आरोपी बनाया गया है। पीड़ित के परिजनों का कहना है कि जेल से ही घटना की पटकथा लिखी गयी थी। इसी के साथ भाड़े के शूटरों से घटना को अंजाम दिलाया गया था। घटना के दौरान रविवार को धर्मपाल, संदीप, रविंद्र, गनर विश्वेंद्र खेत से कार में चारा लेकर लौट रहे थे। सुबह तकरीबन 9.15 बजे जब वह बुलंदशहर जेवर मार्ग से अपने घर को जाने वाली सड़क पर मुड़ने लगे तो सामने खड़े 2 लोगों ने कार पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरु कर दी।

इस दौरान जब कार को पीछे करने का प्रयास किया गया तो पीछे खड़े 6-7 शूटरों ने भी फायरिंग शुरु कर दी। जिसके बाद गोली संदीप, धर्मपाल, गनर विश्वेंद्र और पास के खड़े पवन पुत्र इंद्रपाल को गोली लगी। गोली लगने से संदीप, धर्मपाल और गनर गंभीर रूप से घायल हो गए। इलाज के दौरान संदीप की मौत हो गई। जबकि उसके पिता, गनर की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। आरोप है कि घटना को कारित करने में जेल में बंद अमित जाट और उसके पिता राजेंद्र जाट ने षडयंत्र किया था। षडयंत्र में गांव के ही निवासी हरेंद्र, देवेंद्र जाट भी शामिल है। धर्मपाल के परिजनों ने बताया कि चारों साजिशकर्ताओं ने भाड़े के शूटरों को भेजकर घटना को अंजाम दिलाया है।

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