‘बाबा’ के लिए काटे नहीं कटेगा करवाचौथ, कभी सैकड़ों महिलाएं रखती थीं व्रत

करवाचौथनई दिल्ली। देश भर में आज करवाचौथ मनाया जा रहा है। हर शादीशुदा मर्द अपने जरूरी काम छोड़ अपना वक्त व्रत में भूखी पत्नि के साथ रहकर गुजारना चाहता है। लेकिन ये दिन आज अगर किसी को सता रहा होगा तो वो है डेरा प्रमुख गुरमीत रहीम। जो रेप के आरोप में 20 साल की सजा काट रहा है। हनीप्रीत भी सलाखों के पीछे ड़ाल दी गई है। दोनों की सल्तनत उजड़ चुकी है।

इस बार करवाचौथ पर भव्य समारोह का आयोजन करने वाला बलात्कारी बाबा के लिए ये करवाचौथ ‘सूखा’ ही बीतेगा। इस बार वो सैकड़ों महिलाओं के व्रत नहीं खुलवा सकेगा, जैसा कि हर साल वो करता ही था।

करवाचौथ का व्रत काम न आया

करवाचौथ पर पति की लंबी उम्र और सलामती के लिए महिलाएं पूरा दिन बिना कुछ खाए पिए व्रत रखती हैं। मगर, ‘बाबा’ को महिलाएं ‘पिताजी’ कहती थीं इसके बावजूद उनसे व्रत रखवाता था।

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खबरों के मुताबिक, डेरा प्रमुख गुरमीत अपनी लंबी उम्र के लिए महिला समर्थकों से व्रत रखने के लिए बोलता था। यहां तक कि स्कूल जाने वाली छोटी बच्चियों से भी बाबा व्रत रखवाता था। गुरमीत की गिरफ्तारी के बाद ऐसा ही एक वीडियो भी वायरल हुआ था। जिसमें वो सामूहिक तौर पर अपनी महिला समर्थकों के व्रत खुलवाता नजर आ रहा था।

हनीप्रीत भी रखती थी व्रत

दूसरी महिला भक्तों की तरह ही हनीप्रीत भी करवाचौथ मनाती थी। वो खुद शादीशुदा थी। मगर बाकी महिलाओं के साथ वो भी गुरमीत राम रहीम के लिए ही व्रत रखती थी।

हालांकि, ऐसी खबरों पर डेरे की तरफ से सफाई भी दी गई थी। डेरे का दावा था कि करवाचौथ का व्रत सिर्फ महिलाएं ही नहीं, पुरुष भी रखते थे। डेरे का कहना था कि भक्त अपनी मर्जी से व्रत रखते थे, बाबा ने कभी इसके लिए नहीं कहा।

25 अगस्त को गुरमीत राम रहीम को अपनी ही दो साध्वियों से रेप का दोषी पाया। इस गुनाह के लिए बाबा को 20 साल जेल की सजा सुनाई गई। बाबा की सजा का ऐलान हुआ तो पंचकूला से लेकर सिरसा तक हिंसा फैली।

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