बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी पर ओवैसी का उबला खून, कहा- इस अन्याय को हम कभी नहीं भूलेंगे

आज यानी रविवार को बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) विध्वंस की बरसी पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) के खून में एक बार फिर उबाल आया। ओवैसी ने इस दिन के इतिहास को याद करे हुए जमकर हिस्सात्मक बयानबाजी की। ओवैसी ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि वे अपनी आने वाली पीढ़ियों को याद दिलाएंगे की आयोध्या में 400 सालों तक बाबरी मस्जिद मौजूद थी।

ओवैसी ने अतीत के पन्नों को पलटते हुए कहा कि उनके पूर्वज इस मस्जिद में इबादत किया करते थे और इसके आंगन में ही सभी रोजा तोड़ा करते थे। वहीं किसी की मौत होने पर उन्हें आस-पास के कब्रिस्तान में दफनाया जाता था।

गौरतलब है कि बीते साल उच्चम न्यायलय के द्वारा विवादित भूमि पर राम मंदिर निर्माण का अहम फैसला सुनाया गया था। वहीं अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद यह बाबरी मस्जिद विध्वंस की पहली बरसी है। इस बरसी पर ओवैसी ने अपने तीखे तेवर दिखाते हुए कहा कि “हमें इस नाइंसाफी को कभी नहीं भूलना चाहिए। मस्जिद को अपवित्र किया गया और 42 सालों तक अवैध रूप से कब्जे में रखा गया।”

ओवैसी ने इस बरसी पर अपने ट्वीट के माध्यम से कह कि, “याद रखें और अगली पीढ़ी को सिखाएं। 400 वर्षों तक हमारी बाबरी मस्जिद अयोध्या में खड़ी रही। हमारे पूर्वजों ने इसके हॉल में इबादत की, इसके आंगन में एक साथ रोजे को तोड़ा और जब वे मर गए, तो उन्हें बगल के कब्रिस्तान में दफनाया गया था। इस अन्याय को कभी मत भूलना।

इसके साथ ही ओवैसी ने आगे कहा कि “22-23 दिसंबर 1992 की रात को, हमारी बाबरी मस्जिद को ध्वस्त किया गया और 42 साल तक इसपर अवैध रूप से कब्जा किया गया। आज ही के दिन 1992 में पूरी दुनिया के सामने हमारी मस्जिद को ध्वस्त कर दिया गया। इसके लिए जिम्मेदार लोगों को एक दिन की भी सजा नहीं मिली। इस नाइंसाफी को कभी मत भूलिए।”

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