बंगलों पर कुंडली जमाये बैठे हैं करीब 200 पूर्व लोकसभा सांसद, खाली करने में कर रहे आनाकानी
एक तरफ जहाँ सरकार इन दिनों नयी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीँ दूसरी ओर करीब 200 पूर्व लोकसभा सांसदों ने सरकार की चिंता और बढ़ा रखी है. 16वीं लोकसभा का कार्यकाल करीब तीन महीने पहले ही ख़त्म हो चुका है.
लेकिन अभी तक उस समय निर्वाचित हुए सांसदों ने अभी तक अपने सरकारी आवासों को खाली नहीं किया है. इस बार चुने गए सांसदों के लिए नई चुनौतियाँ खड़ी हो गयीं है.
सूत्रों के मुताबिक नई सरकार के गठन के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 25 मई को 16वीं लोकसभा भंग कर दी थी। पूर्व सांसदों के बंगले न खाली करने के कारण नवनिर्वाचित सांसदों को आवंटन नहीं हो पा रहा।
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ऐसे में नए सांसदों को वेस्टर्न कोर्ट सहित अन्य अतिथि गृहों में रहना पड़ रहा है। पहले आवास आवंटन होने तक नए सांसदों को फाइव स्टार होटल में रहने की सुविधा मिलती थी लेकिन इस बार सरकारी गेस्ट हाउस में रहना पड़ रहा है।