जानिए कौन है नास्त्रेदमस ? जिनकी हर बात होती है सच, मोदी से क्या है रिश्ता

नास्त्रेदमसनई दिल्ली। महान फ्रेंच भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस को लेकर एक बार फिर चर्चाओं का बाजार गरम हैं। दरअसल भाजपा सांसद किरीट सोमैया ने लोकसभा में नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी का जिक्र करते हुए कहा कि पूरब में एक ऐसा नेता उभरेगा जो कि भारत को नई ऊंचाईयों पर ले जाएगा।

सोमैया ने कहा कि ये नेता कोई और नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। सोमैया के इस बयान के बाद एक बार फिर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है कि आखिर नास्त्रेदमस हैं कौन और उन्होंने कौन-सी भविष्यवाणियां पहले की थी जो सच साबित हुई। तो आइए आपको बताते हैं कि वो कौन-सी भविष्यवाणियां हैं जिनको नास्त्रेदमस की कविताओं के साथ जोड़ कर देखा जाता रहा है। जो वाकई में सच साबित हुई हैं।

नास्त्रेदमस

महान फ्रेंच भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस का जन्म 14 दिसंबर 1503 को फ्रांस के छोटे से गांव सेंट रेमी में हुआ था। उन्होंने अपनी मशहूर किताब ‘द प्रोफेसीज’ में 950 भविष्यवाणियों का उल्लेख किया है। उनकी अधिकतर भविष्यवाणियां उनके द्वारा लिखी कविताओं और कोड के रूप में थीं। उनकी लिखी कई भविष्यवाणियां बिलकुल सटीक साबित हुई है। उन्होंने अपनी जवानी के दिनों से ही भविष्यवाणियां करना शुरू कर दी थीं। इसमें से एक घटना तो ऐसी थी कि जिससे पूरे यूरोप महाद्वीप में सनसनी फैल गई। एक बार वे अपने दोस्त के साथ इटली की सड़कों पर घूम रहे थे। तभी उन्होंने एक युवक को भीड़ में देखा। जब युवक पास आया तो उन्होंने उसे सिर झुकाकर अभिवादन किया। दोस्त ने हैरान होते हुए इसका कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि यह व्यक्ति आगे चलकर पोप के पद पर बैठेगा। वह व्यक्ति फेलिस पेरेसी थे, जो 1585 में पोप चुने गए।

खुद पर भी की थी भविष्यवाणी

1550 में नास्त्रेदमस ने अपना खुद का पंचाग भी निकालना शुरू कर दिया था, जिसमें ग्रहों की स्थिति, मौसम और फसलों के बारे में पूर्वानुमान होते थे। उनमें से ज्यादातर सच निकलते थे। उन्हें अपनी मौत का भी आभास हो गया था। यहां तक कि उन्होंने कहा था कि उनकी मौत के 225 साल बाद कुछ समाज विरोधी तत्व उनकी कब्र खोदने और अवशेषों को निकालने का प्रयास करेंगे, लेकिन उनकी तुरंत मौत हो जाएगी। वास्तव में ऐसा ही हुआ। फ्रांसीसी क्रांति के बाद 1791 में तीन लोगों ने उनकी कब्र खोदनी चाही, लेकिन उनकी वहीं मौत हो गई।

नास्त्रेदमस की 10 सच हुईं भविष्यवाणियां

वर्ल्ड ट्रेंड सेंटर पर आंतकी हमला

न्यूयॉर्क और  वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और Two great rocks (ट्विन टॉवर) का मतलब साल 2001 के 9/11 के हमले से जोड़ा गया है। नास्त्रेदमस के Arethusa को ‘लादेन’ से जोड़ा गया। इस घटना में अपहरणकर्त्ताओं ने दो प्लेन को हाइजैक कर ट्विन टॉवर में क्रैश करा दिया था। प्लेन में बैठे यात्री और इमारत में काम करने वाले लोग मारे गए। दोनों टॉवर सिर्फ दो घंटे के अंदर जमींदोज हो गए। प्लेन में बैठा कोई भी यात्री जिंदा न बच सका।

द्वितीय विश्वयुद्ध

द्वितीय विश्वयुद्ध और एडोल्फ हिटलर के उदय के बारे नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी एकदम सटीक साबित हुई। 1939-1945 तक चले इस विश्वयुद्ध में दुनिया के बड़े देशों ने भाग लिया था। यह इतिहास का सबसे बड़ा युद्ध था, जिसमें दुनियाभर से 10 करोड़ सैनिकों ने हिस्सा लिया था। विशेषज्ञों ने इसे ‘प्रलय’ का नाम दिया था। क्योंकि इसमें पांच से सात करोड़ लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी।

डायना की मौत 

1997 में पेरिस में कार दुर्घटना में ब्रिटेन की राजकुमारी डायना की मौत हो गई। उस समय उनके साथ ब्वॉयफ्रेंड डोडी फयाद भी मौजूद थे। उसके पिता का नाम मोहम्मद था (the surname of Prophet), मर्सडीज बेन्ज डब्ल्यू140 का ड्राइवर हेनरी पॉल था। इस हादसे में जिंदा बचा डोडी का बॉडीगार्ड ट्रेवर रीस जोंस का कहना था कि उनके पीछे मीडिया की गाड़ी थी। जिससे बचने के दौरान यह हादसा हो गया। इस घटना के लिए मीडिया पर पैपराजी पत्रकारिता का आरोप भी लगा था। 1999 में फ्रांसीसी न्यायिक जांच में खुलासा हुआ कि इस हादसे का जिम्मेदार हेनरी ड्राइवर था, जो कार पर से अपना नियंत्रण खो चुका था। उसने बहुत शराब पी रखी थी।

द ग्रेट फायर ऑफ लंदन

लंदन के पुडिंग लेन स्थित थॉमस फैरिनर की बेकरी में 2 सितंबर 1966 (in the year ’66) को बहुत छोटी सी आग लगी थी। इस जरा सी आग ने तीन दिन में पूरे शहर को जला कर राख कर दिया। शहर के मध्य भाग को भारी नुकसान पहुंचा। इसमें 13,200 घर, 87 चर्च, शहर के सरकारी इमारतों सहित 70 हजार घर जल गए और 80,000 लोग बेघर हो गए थे।

फ्रांसीसी क्रांति

फ्रांस में सामाजिक और राजनीतिक उथल-पुथल के लिए फ्रांसीसी क्रांति (1789-99) को याद किया जाता है। यह फ्रेंच और यूरोपियन इतिहास की सबसे बड़ी घटना थी। 1789 में फ्रांसीसी क्रांति की शुरुआत हुई। फ्रांस के लोग राजशाही से परेशान होकर सडकों पर उतर आए। भीड़ (enslaved populace) ने पेरिस शहर का पूरा नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया। उग्र लोगों ने बड़े लोगों (सामंतों और शासकों) को किले (prisons) में बंद कर दिया और उनके सिर कलम (headless idiots) कर दिए।

नेपोलियन

नास्त्रेदमस की नेपोलियन पर की गई भविष्यवाणी एकदम सटीक की थी। उन्होंने एक आदमी का जिक्र करते हुए अपने कोड में PAU, NAY, LORON का जिक्र किया था। अगर इसके नाम को आगे-पीछे मिलाया जाए तो napoleon roy (नेपोलियन रोय) या नेपोलियन बोनापार्ट बनता है। यह फ्रांस का सबसे प्रसिद्ध राजा था। नास्त्रेदमस ने तीसरी लाइन में (refuse entry to the Piuses) जो नाम लिया है वह पोप पियूस छठवां ( Popes Pius VI) और पियूस सातवां (Popes Pius VII) को उल्लेखित करता है। हैरत की बात थी कि दोनों ही नेपोलियन द्वारा बंदी बना लिए गए थे।

लुई पाश्चर

फ्रेंच केमिस्ट और माइक्रोबॉयोजॉलिस्ट लुई पाश्चर (Pasteur will be celebrated) का जन्म 1822 में ‘डोल’ में हुआ था। उन्होंने असमय होने वाली मौत के कारण और बीमारियों की रोकथाम के लिए शोध किए (lost thing is discovered, hidden for many centuries)। उन्होंने दुनिया में पहली बार एंथ्रेक्स और रैबीज बीमारियों के लिए टीके विकसित किए। उनका पूरा शोध कार्य रोगों के जीवाणु सिद्धांत पर आधारित था। उनकी पाश्चुरीकृत विधि से दूध और वाइन के खुले तौर पर इस्तेमाल पर रोक लग गई। उन्हें इतिहास के तीन सबसे बड़े माइक्रोबॉयोलॉजिस्ट में से एक माना जाता है।

एडोल्फ हिटलर

नास्त्रेदमस के बीस्ट की तुलना जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर से की जाती है। ऑस्ट्रिया में पैदा हुआ यह जर्मन नेता नेशनल सोशलिस्ट जर्मन वर्कर्स पार्टी (नाजी) का प्रमुख था। वह 1933 से 1945 तक जर्मनी का चांसलर और 1934 से 1945 तक राष्ट्राध्यक्ष था। उसकी सेना ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान फ्रांस पर कब्जा कर लिया था। उसे यूरोप में फांसीवाद के उदय, द्वितीय विश्व युद्ध और लाखों मासूमों के नसंहार के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है।

परमाणु हमला

जापान के हिरोशिमा और नागासाकी  (within two cities) पर परमाणु हमले का उल्लेख नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी में मिलता है। अमेरिका द्वारा किए गए इस हमले के साथ ही द्वितीय विश्वयुद्ध का अंत हो गया और जापान ने घुटने टेक दिए। हिरोशिमा में 90 से एक लाख 66 हजार लोग और नागासाकी में 60 से 80 हजार लोग काल के गाल में समां गए थे। यह परमाणु हमले की पहली और आखिरी घटना है। जिसमें एक बार में ही कुल डेढ़ से ढाई लाख लोग मारे गए।

अमेरिकी राष्ट्रपति की मौत

जॉन एफ कैनेडी (great man) अमेरिका के 35वें राष्ट्रपति थे। उन्हें मौत की कई धमकी मिली थीं। उन्हें पत्नी के सामने ही गोली मार दी गई, जब वह टेक्सास की यात्रा पर थे। उसके ठीक पांच साल बाद 1968 में लॉस एंजिलिस में उसके भाई बॉबी कैनेडी की आधी रात को हत्या कर दी गई। इन दोनों घटनाओं से पूरी दुनिया स्तब्ध रह गई।

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