
रिपोर्ट- LALIT PANDIT
नोएडा- ग्रेटर नोएडा पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बैंकों को करोड़ों का चूना लगाने वाले एक नटवरलाल को गिरफ्तार किया है। इसके कब्जे से पुलिस ने फाइनेंस की गई 4 गाड़ियां बरामद की हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं इनके माध्यम से यह बैंकों से कार फाइनेंस कराता था और क्रेडिट कार्ड बना कर उसका इस्तेमाल करके फेंक देता था। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से फर्जी डॉक्यूमेंट बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले लैपटॉप को भी बरामद किया है। आरोपी इससे पहले भी नोएडा के थाना सेक्टर 58 से जेल जा चुका है और जेल से छूटने के बाद पुनः अपने धंधे में लग गया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
दादरी पुलिस की गिरफ्त में खड़ा राजेश शर्मा एक शातिर जालसाज है जिसने फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से बैंकों को करोड़ों रुपए का चूना लगाया है। बैंकों द्वारा इसकी लगातार शिकायत किए जाने पर दादरी पुलिस ने एक मुखबिर की सूचना पर राजेश शर्मा को रूपवास के पास एनटीपीसी कट दादरी के पास से गिरफ्तार किया है। राजेश शर्मा ग्वालियर का रहने वाला है और पिछले 10 साल से नोएडा में रह रहा था और यहां एक बैंक में डीएसए के पद काम करता । वहीं से उसने डाक्यूमेंट्स को फर्जी तरीके से बनाने की कला सीखी उसके बाद यह फर्जी पैन कार्ड बना करके बैंकों से फर्जी तरीके से कार लोन फाइनेंस कराता था और जिन कारों को फाइनेंस कराता था उन्हे लोगों को बेच करके पैसे कमाता था। इसके साथ हैं यह क्रेडिट कार्ड भी बनवा कर उसे इस्तेमाल करने के बाद उसे नष्ट कर देता था। इस प्रकार है इसने करोड़ो रुपए का बैंकों को चूना लगा चुका है।
एसपी ग्रेटर नोएडा ने बताया कि जब यह अमेरिकन एक्सप्रेस बैंक में डिजिटल कार्ड काम करता था वहाँ उसको लगा कि इन कार्ड को आसानी से फर्जी तरीके से बनाया जा सकता है। उस समय जितने भी डाक्यूमेंट्स इसे मिलते थे उन डाक्यूमेंट्स का बेसिक डाटा अपने पास रख लेता था और उसमें लगे हुए फोटो को भी अपने पास रख लेता था और और उस डाटा का इस्तेमाल कर फर्जी कार्ड तैयार करता था और और इस्तेमाल बैंक में करता था।
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एसपी ग्रेटर नोएडा ने बताया की इसके कब्जे से काफी सारे फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं इन डाक्यूमेंट्स को बनाने के लिए जिस लैपटॉप का इस्तेमाल कर रहा था वह लैपटॉप भी बरामद हो गया है। 4 गाड़ियां जिन्हें फर्जी तरीके से फाइनेंस कराया गया था उन्हे बरामद किया गया है। किसके साथ जो लोग जुड़े हैं उनकी छानबीन की जा रही है यह करोड़ों रुपए का हेरा फेरी अब तक कर चुका है इससे पहले भी एक बार आना 58 से जेल जा चुका है और लगभग 20 महीने तक जेल में रहने के बाद जब यह जेल से छूटा तो दोबारा अपने धंधे पर लग गया और भी जो साथी हैं उनको ट्रेस किया जा रहा है इसके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर इस को जेल भेजा जा रहा है।