फर्जी अभिलेखों के जरिए शिक्षा विभाग में नौकरी कर रहे 11 शिक्षक बर्खास्त, 2004 में हुई थी भर्ती

REPORT- BADAUN 

बदायूं जिले में फर्जी अभिलेखों के जरिए बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी कर रहे 11 शिक्षकों  को बर्खास्त कर किया गया,जबकि 24 शिक्षकों को  नोटिस जारी कर दिए हैं। विभागीय बाबू की वजह से बचे हुए 24 फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई नहीं हो है

बदायूं जिले में बेसिक शिक्षा विभाग की ओर परिषदीय विद्यालयों में 2004-05 में 1500 सहायक अध्यापकों की भर्ती निकाली गई थी। इसमें जिले में भी 117 शिक्षकों की भर्ती हुई थी।

फर्जी शिक्षक

इस बीच एक व्यक्ति ने कोर्ट में रिट डाली, जिसमें उन्होंने डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय से बीएड करने वालों के प्रमाण पत्र फर्जी बताए।

13 सितंबर 2017 को कोर्ट ने इसकी जांच करने के निर्देश दिए। एसआईटी की जांच में स्पष्ट हुआ कि आगरा से बीएड करने वालों की अंक तालिका फर्जी है। ऐसे में जो भी नौकरी कर रहे हैं, वह गलत हैं।

इसकी रिपोर्ट बेसिक शिक्षा विभाग को दी गई।  विभाग से आदेश मिलने के बाद में बीएस ने सभी की पत्रावली संबंधित बाबुओं से तलब की। दो बाबुओं से 11 शिक्षकों की पत्रावालियां मिलने के बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया।

बीएसए ने बताया कि बाबू नदीम के स्तर से 24 फर्जी शिक्षकों की पत्रावली बीएसए को नहीं मिल सकी थीं क्योंकि बाबू नदीम का दूसरी जगह स्थानांतरण हो गया था और वह फाइलें दबाकर बैठ गए थे।

बीएसए ने बाबू पर शिंकजा कसना शुरू किया, तो बाबू बीएसए कार्यालय पहुंचे और फर्जी शिक्षकों से संबंधित पत्रावलियों को विभाग को सौंप दिया।

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फर्जी 24 शिक्षकों की पत्रावलियां मिलने के बाद में बीएसए ने उन सभी को नोटिस भेज भेज दिया है। बीएसए ने यह भी बताया  38 शिक्षक यहां पर तैनात हैैं।

इनकी पत्रावालियां दिखवाई गई, तो पता चला एक नौकरी छोड़ कर चला गया, जबकि दो शिक्षकों की सेवा समाप्त हो चुकी है। 35 शिक्षकों में से 11 को बर्खास्त कर दिया है, बाकी 24 को नोटिस जारी किया गया है।

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