भारत तभी विकास करेगा, जब गांवों में विकास होगा : राष्ट्रपति

प्रणब मुखर्जीगुरुग्राम। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शुक्रवार को कहा कि हमारा देश तभी विकसित होगा, जब गांव विकसित होंगे। राष्ट्रपति ने हरियाणा के गुरुग्राम जिले के दौला गांव में कहा, “आज भी हमारे देश के लगभग 68 प्रतिशत लोग गांवों में रहते हैं। अगर गांवों को खुशहाल बनाना है, तो हमें अपने आर्थिक ढांचे को सुधारना पड़ेगा।”

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत के गांवों और गांववासियों में भरपूर विकास करने की न सिर्फ क्षमता है, बल्कि ललक भी है।

उन्होंने कहा, “अगर हम इसी तरह आगे बढ़ते रहे तो वह दिन दूर नहीं होगा, जब युवा रोजगार की तलाश में गांव छोड़कर शहर की तरफ नहीं जाएगा।”

राष्ट्रपति ने कहा, “बेटियों की पढ़ाई गांव या गांव के पास ही पूरी हो सकेगी। अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं कम खर्च पर सबको उपलब्ध होंगी और युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार गांव के पास ही मिल जाएगा।”

उन्होंने राष्ट्रपति भवन की ‘स्मार्टग्राम पहल’ के तहत एक चालक प्रशिक्षण संस्थान तथा एक स्कूल की आधारशिला रखने के दौरान ये बातें कहीं।

उन्होंने महेंद्रगढ़, अंबाला तथा पलवल में नए प्रधानमंत्री कौशल केंद्र का इंटरनेट से उद्घाटन किया।

राष्ट्रपति ने कहा, “जब स्मार्टग्राम पहल की शुरुआत 2 जुलाई 2016 को हुई थी, तब मुझे विश्वास था कि जो काम राष्ट्रपति भवन को स्मार्ट बनाने के लिए किए गए हैं, वे हमारे गांवों में भी किए जा सकते हैं।”

हरियाणा सरकार की मदद से राष्ट्रपति भवन ने दौला सहित 5 गांवों का चयन किया और इन गांवों में विकास के बहुत से कामों की शुरुआत हुई।

इस कार्यक्रम की सफलता को देखते हुए अब इस कार्यक्रम को 100 गांवों तक बढ़ा दिया गया है।

उन्होंने कहा कि स्मार्टग्राम पहल तभी संभव है, जब सरकार, निजी क्षेत्र, शैक्षणिक संस्थान, गैर सरकारी संगठन और गांववासी एकजुट हों और मिलकर गांव के विकास के लिए काम करें।

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