प्रणब मुखर्जी ने दी आखिरी इफ्तार पार्टी, मोदी सरकार के सभी चेहरे रहे गायब

प्रणब मुखर्जीनई दिल्ली। अगले महीने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल खत्म हो जाएगा और उनकी तरफ से शुक्रवार (23 जून) को दी जाने वाली यह आखिरी इफ्तार पार्टी थी। लेकिन केंद्र सरकार की तरफ से और इसमें भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तरफ से कोई शामिल नहीं हुआ।

सीपीएम पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने एक अंग्रेजी अखबार से बात करते हुए कहा कि वहां ना तो कोई भी मंत्री था, ना कोई भी सरकार का नुमाइंदा और ना ही कोई भाजपा का चेहरा।

येचुरी ने कहा कि उन्होंने आजतक ऐसा कोई इफ्तार नहीं देखा था जिसमें भारत सरकार की तरफ से कोई भी ना पहुंचे।

समाजवादी पार्टी (सपा) से राज्य सभा सांसद जावेद अली खान ने कहा कि उन्हें भी राष्ट्रपति के इफ्तार में कोई मंत्री नहीं दिखा।

जावेद ने कहा कि वह पिछली तीन इफ्तार पार्टियों में भी आए हैं लेकिन उस वक्त कई मंत्री वहां पहुंचे थे। जावेद ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्तार अब्बास नकवी, महेश शर्मा और विजय गोयल का नाम लिया जो पिछले इफ्तार में उनको मिले थे लेकिन इस बार उनके पास वक्त नहीं था।

राष्ट्रपति भवन में मंत्रियों के आने के हिसाब से बैठने की व्यवस्था की गई थी। विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर को राज्य सभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद के साथ बैठना था। लेकिन सीट खाली ही रही।

बीते साल इफ्तार में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी पहुंचे थे। लेकिन इस बार वह  भी नदारद दिखे। नकवी ने इस बारे में कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के साथ एक जरूरी मीटिंग थी। नकवी के मुताबिक, मीटिंग शाम 6.30 पर शुरू होकर रात को 8 बजे तक चली।

 

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