पूजा के दौरान क्यों तोड़ा जाता है नारियल, जानिए इसका धार्मिक महत्व

हिन्दू धर्म में हर मांगलिक कार्य में नारियल का महत्व बहुत ज्यादा होता है। कोई भी पूजा या हवन बिना नारियल के पूर्ण नहीं होता है। कहने को तो नारियल एक फल है लेकिन किसी भी अनुष्ठान में इसका बहुत महत्व होता है। किसी भी शुभ काम से पहले नारियल तोडा जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों किया जाता है।

क्यों जरूरी होता है नारियल:

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नारियल के अंदर के सफेद भाग और पानी का प्रतिनिधित्व चंद्रमा करता है। चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है। कहते हैं कि हर काम शांत मन से करने से ही सफलता मिलती है इसलिए किसी भी कार्य की सिद्धि और मां लक्ष्मी की कृपा के लिए हर पूजा या अनुष्ठान में नारियल रखा जाता है।

क्यों तोडा जाता है नारियल:

कोई भी शुभ कार्य हो या मांगलिक हवन, अनुष्ठान, हमेशा पूजा के समय नारियल को फोड़ा जाता है। पूजा के दौरान नारियल फोड़ना शुभ माना जाता है। नारियल के बाहरी हिस्से को घमंड का प्रतीक जबकि अंदर के हिस्से को पवित्रता और शांति का प्रतीक माना जाता है। नारियल तोड़ना यानि अपने अहंकार को तोड़ना है। ऐसी भी मान्यता है कि किसी भी शुभ कार्य से पहले नारियल फोड़ने से उस काम में विघ्न नहीं आते हैं।

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