पुलिस की लापरवाही! एक बार विवाद होने के बाद भी नहीं खुली आंखें

रिपोर्ट- दिलीप कटियार

फर्रुखाबाद – फर्रुखाबाद में पुलिस की लापरवाही के चलते रंजिश में गढिय़ा बबुरारा में दूसरे दिन भी फायरिंग की वारदात हुई। एक युवक गोली लगने से घायल हुआ है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की।

आपको बता दें नवाबगंज थाना क्षेत्र के गांव गढिय़ा बबुरारा में वर्ष 2017 की पहली तारीख को मेड़ के विवाद में हुई फायरिंग की वारदात हुई थी। मुलायम सिंह का पुत्र पुष्पेंद्र खेत पर गया हुआ था वहीं पर पेड़ काटने को लेकर कहासुनी हुई थी। हरिनंदन सिंह यादव पक्ष के धरम वीर तथा मुलायम पक्ष से पुष्पेंद्र में कहासुनी हुई और तमंचं से फायरिंग हुई, जिसमें पुष्पेंद्र की मौके पर ही गोली लगने से मौत हो गई थी।

उसके बाद दोनों पक्ष के लोग एकत्र हुए और दोनों ओर से गोलियां चली थीं। पुष्पेंद्र की गोली लगने से मौत की खबर मिलते ही तत्कालीन थाना प्रभारी निरीक्षक रजनीश चौहान तथा जिले के अन्य आला अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। पुलिस फोर्स ने क्षेत्र में काम्बिंग कराई थी। उसके बाद मुलायम सिंह ने हरिनंदन सिंह यादव व उसके आधा दर्जन से अधिक लोगों पर मुकदमा लिखाया था। हत्या के मामले में सभी लोग जेल भेज दिए गए थे ।

हत्या में नामजद मुकदमा हरिनंदन को मुख्य हत्यारोपी बनाया गया था। छह माह पूर्व कई आरोपी जमानत पर छूटे थे तथा मुख्य आरोपी हरिनंदन जेल में ही था। सोमवार 30 सितम्बर की शाम को गांव में फायरिंग हो गई थी, जिसमें हरिनंदन पक्ष से तहरीर देने आए दो युवकों को पुलिस ने बैठा लिया था। जो लोग पुलिस हिरासत में थे बुधवार को दोनों पक्ष फिर आमने-सामने हो गए तथा दोनों पक्षों से खूब जमकर गोलियां बरसीं।

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जिससे गांव में दहशत फैल गया। गांव में मुलायम के पुत्र प्रमोद के गोली लग गई। गांव वालों ने पुलिस को सूचना दी। आनन-फानन में पुलिस मौके पर पहुंची। भारी संख्या में पुलिस बल देखकर दोनों पक्ष भाग निकले। घायल थाना प्रभारी निरीक्षक वेद प्रकाश पाण्डेय ने घायल प्रमोद को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नवाबगंज में भर्ती कराया, जहां से डॉक्टरों ने घायल प्रमोद को लोहिया अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।

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