Report:- Ritik Dwivedi/Pilibhit
पीलीभीत में सरेआम हाे रही छेड़छाड़ की घटनाओं को लेकर प्रतिबंध लगाने की जिम्मेदारी राजनीतिक संगठनों व परिजनाे ने उठा ली है क्योंकि पुलिस कहीं ना कहीं छेड़छाड़ की घटनाएं रोक पाने में नाकाम साबित हो रही है.
ऐसा ही एक वाकया आज पीलीभीत में देखने को मिला जहां कई दिनों से छात्रा को परेशान कर रहे मजनू की सरेआम पिटाई हुई।
बीते कई दिनों से कुछ मजनू एक स्कूली छात्रा को परेशान कर रहे थे स्कूल से लेकर घर तक छात्रा का पीछा कर रहे थे साथ ही साथ उस पर तमाम तरीके के कमेंट कर रहे थे एंटी राेमियाे स्काइड की गाड़ी वहाँ माैजूद हाेने के बावजूद मजनू के हाैसले बुलंद थे।
जिसके चलते मामले की भनक छात्रा के परिजनाे काे लगी तब गुस्साएं परिजनाे ने शहर के गोनिया चौराहे पर दोनों मजनू को रंगे हाथों पकड़ लिया।
वही मौका पाकर अन्य साथी भागने में फरार हो गए गुस्साए परिजन और शिवसेना कार्यकर्ताओं ने दोनों मजनू की जमकर पिटाई कर दी वही तमाशबीन बनी पुलिस पिटाई का दृश्य देखती रही, आधे घंटे तक चली इस मार पिटाई के बाद पुलिस की काफी फजीहत हो रही है।
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जब मामले की जानकारी शिवसेना नगर प्रमुख शैली शर्मा से की गई तो उन्होंने बताया कि कई दिनों से यह लड़के छात्रा को परेशान कर रहे थे जिसके चलते उन्होंने सिर्फ शिवसेना से मदद की गुहार लगाई वही मौके पर पकड़े जाने पर यह लोग शिवसेना नगर प्रमुख को धमकियां देने लगे।
मजनू को खुद पकड़ कर लाए नगर प्रमुख ने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए हैं उनका कहना है कि अगर पुलिस सही ढंग से इन मनचलाें के खिलाफ कार्रवाई करती तो आज उनकी जगह यह पुलिस होती उन्हें खुद यह कार्रवाई करने की जरूरत नहीं पड़ती।