ख़ास सिपाही का कुबूलनामा, पीएम मोदी को बचाने के लिए पानी की तरह बहाया खून
अहमदाबाद। गुजरात पुलिस के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट डीजी वंजारा ने खुद को पीएम मोदी की मौजूदगी का कारण बताया। उनका कहना है कि यदि वह सजगता से अपनी ड्यूटी न करते तो शायद पीएम मोदी इस दुनिया से विदा ले चुके होते। बता दें वंजारा इशरत जहां के फर्जी मुठभेड़ काण्ड में मुख्य आरोपी है। मौजूदा समय में उन्हें स्पेशल सीबीआई कोर्ट से जमानत मिली हुई है।
पीएम मोदी की मौजूदगी…
एक सम्मान समारोह में वंजारा ने कहा, ‘हमने कहा था कि इशरत जहां आतंकी थी, लेकिन किसी ने नहीं माना। जब एक आतंकी ने खुद स्वीकारा कि इशरत उनके संगठन की सदस्य थी तब सबने भरोसा किया। यह अजीब है।’
उन्होंने कहा कि इससे पहले पुलिस कह रही थी इशरत के आतंकियों से संबध थे, तो शक किया जा रहा था। जब पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी आतंकी डेविड हेडली ने कहा कि मुंबई के खालसा कॉलेज की स्टूडेंट इशरत लश्कर-ए-तैयबा की वुमन विंग की सदस्य थी तो सबको यकीन हो गया।
विभिन्न संस्थाओं और लोगों द्वारा अपना सम्मान किए जाने पर वंजारा बोले ‘राज्य के 33 जिलों में से यह उनका 30वें जिले में सम्मान समारोह है।
उन्होंने कहा कि राज्य की जनता ने मुझे मेरे काम के कारण अपनाया है। जनता राज्य की पुलिस को इसलिए प्यार करती है क्योंकि हम उन जगहों पर सफल रहे हैं, जहां दूसरे राज्यों और देशों की पुलिस पूरी तरह असफल रही है।
आतंकियों के निशाने पर हमेशा नेता होते हैं। पंजाब के नेता बेअंत सिंह आतंकियों का निशाना बन गए और पंजाब पुलिस उन्हें बचा नहीं पाई।
देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी आतंक की भेंट चढ गईं और दिल्ली पुलिस उन्हें बचाने में नाकामयाब रही।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जान आतंकियों ने ले ली और चेन्नै पुलिस उनकी रक्षा नहीं कर सकी।
अपनी बात जारी रखते हुए वंजारा बोले ‘श्रीलंका के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के साथ ही पाकिस्तान की पीएम बेनजीर भुट्टो जैसे कई उदाहरण आपके सामने हैं। जो वहां की पुलिस की विफलता को बताते हैं।
गुजरात पुलिस नरेन्द्र मोदी को सुरक्षित रखने में सफल रही है। हम भी मोदी को खो देते अगर हमने बहुत से एनकाउंटर नहीं किए होते। फिर देश को नरेन्द्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री नहीं मिल पाता।’