
उरी हमले के बाद पाकिस्तान की हालत बुरी बनने की शुरुआत हो गई है। भारत के सेना मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले ने पाकिस्तान के दोस्त देशों की आंखें भी खोल दी हैं। सोमवार को उरी हमले चीन ने पाकिस्तान को खूब कोसा था। चीन ने उरी हमले पर चिंता जताते हुए कहा था कि पाकिस्तान आतंक पर काबू करने में नाकाम हो रहा है।
पाकिस्तान पर पहला हमला
चीन के बाद अब जर्मनी ने पाकिस्तान के खिलाफ ‘जंग’ छेड़ने का ऐलान किया है। पाकिस्तान पर पहला ‘हमला’ करते हुए जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने उरी हमले की घोर निंदा की है। जर्मन मंत्रालय ने कहा है हम इस हमले में शहीद हुए जवानों के साथ हैं। हम उन परिवारों को भी ढाढस बंधाते हैं, जिनके बेटे इस हमले में घायल हुए हैं।
जर्मनी ने कहा है कि वह आतंकवाद के खिलाफ जंग छेड़ने के लिए भारत के साथ है। जर्मन विदेश मंत्रालय ने कहा कि सभी देशों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। आतंकवाद से मिलकर लड़ना होगा। इसे पूरी तरह खत्म करने की जरूरत है।
मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते कैसे भी हों, लेकिन इस वजह से आतंकवाद को नहीं छोड़ा जा सकता है।
इससे पहले अफगानिस्तान, नेपाल समेत भारत के तमाम पड़ोसी देशों ने भी उरी हमले की निंदा की है। 21 सितंबर से शुरू होने वाली यूएन की बैठक में भी अब यह मुद्दा उठाया जाना तय हो गया है।
इधर, कश्मीर में सेना भी पूरी तरह तैयार है। आर्मी के वरिष्ठ अफसरों ने केन्द्र की मोदी सरकार से आग्रह किया है कि उन्हें जवाबी कार्रवाई का मौका दिया है।
इस बाबत सोमवार को सेना के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने कहा था कि जगह और समय तय कर लिया गया है। अब जवाब हम देंगे। उन्होंने बताया था कि इस साल सेना के जवानों ने मुठभेड़ में 141 आतंकियों को खत्म किया है। उन्होंने कहा कि हम इन कायरतापूर्ण हरकतों का जवाब देने का माद्दा रखते हैं।