न चाल ठीक न चलन, विशेषज्ञों का दावा- अगले 10 साल में भीख मांगेगा पाक

पाकिस्तान की अर्थव्यवस्थाकराची। पाकिस्तान में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय स्तर की एक कांफ्रेंस का शुभारंभ करते हुए शिक्षामंत्री जाम मेहताब हुसैन दाहर ने यह चेतावनी दी है कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था अगले 10 साल में खत्म हो जाएगी। संस्थान के वीसी डॉक्टर असद जमान ने कहा कि भारत के साथ तनाव पाकिस्तान के लिए बेहद खतरनाक साबित होगा। इस दौरान मौजूद लोगों ने अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए भारत जैसे कड़े कदम उठाने की वकालत भी की।

शिक्षामंत्री ने कहा कि शिक्षा देश की आर्थिक खुशहाली से बंधी है लेकिन सिंध प्रांत 70 करोड़ की वार्षिक रकम खर्च करने के बावजूद हालात भयावह हैं। बुधवार को आर्थिक विकास के बदलाव पर तीन दिवसीय अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन शुरू हुआ है, जिसमें देश की आर्थिक नीति व रणनीतियों पर चर्चा की जा रही है। एप्लाईड इकोनॉमिक रिसर्च सेंटर के तत्वावधान में आयोजित इस सम्मेलन में शिक्षामंत्री मेहताब हुसैन ने जोर दिया कि जिस तरह ग्रीस की अर्थव्यवस्था अर्श से फर्श पर आ गिरी है, उसी तरह पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था भी अगले 10 वर्षों में पूरी तरह खत्म हो जाएगी।

इस मौके पर वक्ताओं ने पाक नीतियों की भारत से खासतौर पर तुलना की। पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स के वाइस चांसलर डॉ. असद जमान ने कहा कि भारत के साथ तनाव के खतरनाक परिणाम निश्चित रूप से पाकिस्तान को ही भुगतने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि भारत यदि मजबूत स्थिति में होगा और पाक अर्थव्यवस्था चरमरा जाएगी तब हमारा हश्र बहुत बुरा होगा। उन्होंने पाक को ट्रेडिंग के तौर-तरीकों पर पुनर्विचार करने की सलाह दी।

शिक्षा मंत्री के सहायक और पाक के बड़े अर्थशास्त्री डॉ. कैसर बंगाली ने कहा कि पाकिस्तान को भारत से नसीहत लेने की जरूरत है, क्योंकि अर्थव्यवस्था शत्रुता का अनुकरण नहीं करती। पाक को भी चाहिए कि भले ही कितने भी कड़वे फैसले क्यों न हों, लेकिन देशहित में उन पर काम हो।

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