पहले बजट में ही ट्रंप ने पाकिस्तान को झटका, विदेशी सहायता में 28 फीसदी की कटौती
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पहले बजट में विदेशी सहायता में 28 प्रतिशत की कटौती का प्रस्ताव किया है। इससे पाकिस्तान जैसे उन देशों पर तगड़ा असर पड़ेगा जो अमेरिका से सहायता राशि के रूप में लंबी रकम पाते हैं।
बजट में ओबामा शासन के दौरान जो सांस्कृतिक एवं वैचारिक आधार पर दूसरे राजनीतिक निकायों को प्रभावित करने की सांस्कृतिक एवं वैचारिक कूटनीतिक पर जोर था, उसमें बदलाव दिख रहा है। अब सैन्य और आर्थिक माध्यमों के जरिये अन्य राजनीतिक निकायों को प्रभावित करने की कूटनीतिक पर जोर है।
बजट में देश के रक्षा बजट में 54 अरब डालर की बढ़ोतरी का प्रस्ताव किया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में चालू वित्त वर्ष में विदेशी सहायता पर 40 अरब डालर से अधिक खर्च करने का प्रस्ताव है। इसमें करीब 60 प्रतिशत धन आर्थिक एवं विकास सहायता तथा 40 प्रतिशत सुरक्षा के लिये होगा।
इससे पाकिस्तान जैसे देशों को मिलने वाली अमेरिकी सहायता पर असर पड़ना तय है। पाकिस्तान 9:11 के बाद अमेरिकी विदेशी सहायता प्राप्त करने वाले प्रमुख देशों में है।
अमेरिकी सहायता प्राप्त करने वाले प्रमुख देशों में अफगानिस्तान (4.7 अरब डॉलर), इस्राइल (3.1 अरब डॉलर), मिस्र (1.4 अरब डॉलर), इराक (1.1 अरब डॉलर), जोर्डन (1.0 अरब डॉलर) तथा पाकिस्तान (74.2 करोड़ डॉलर) शामिल हैं। अपने प्रचार अभियान के दौरान ट्रंप ने कहा था कि वह विदेशों में कम धन खर्च करना चाहते हैं और अधिक धन अपने देश लाना चाहते हैं।
बजट प्रस्ताव उस लक्ष्य को पूरा करने का प्रयास करता है। बजट प्रस्ताव व्हाइट हाउस गुरुवार ( यानी भारत में गुरुवार शुक्रवार की रात) को जारी करने वाला है। यह प्रस्तावित बजट है। अमेरिकी पूर्ण बजट मई में पेश किया जाएगा।
‘मुस्लिम बैन’ के आदेश पर कोर्ट की रोक से भड़के ट्रंप
गुरुवार को ही 6 देशों के मुस्लिम नागरिकों के अमेरिका प्रवेश पर रोक के फैसले को कोर्ट से रद्द करने पर ट्रंप ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। अमेरिका के नेशविले में उन्होंने कहा कि ये बहुत ही ‘बुरी खबर, और उदास करने वाली खबर है।’
हवाई कोर्ट के फैसले के बाद ट्रम्प ने कहा कि अदालत ने जिस आदेश पर रोक लगाई है उसके प्रावधान कड़े हैं। इस तरह का न्यायपालिका का हस्तक्षेप पहले कभी नहीं हुआ है।