नोटबंदी से मिले 6000 करोड़ रुपए, मोदी ने कहा- सब यूपी में लगा दो

नोटबंदीनई दिल्ली। नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले साल 500 और 1000 के नोटों पर बैन लगाकर देश में हाहाकार मचा दिया था। कुछ लोग सरकार के इस फैसले के पक्ष में नजर आए तो कुछ ने इसका विरोध किया। विपक्ष ने भी सरकार को नोटबंदी के मुद्देपर जमकर कोसा था। लेकिन अगर आम जनता की बात करें तो विधानसभा चुनाव में बीजेपी की कामयाबी इस बात को साबित करती है कि जनता मोदी जी के साथ है। काले धन के खिलाफ बनाई गई एसआईटी के वाइस चेयरमैन जस्टिस अरिजित पसायत ने शुक्रवार को कहा कि नोटबंदी की घोषणा के बाद से केंद्र ने अघोषित कैश डिपॉजिट पर टैक्स से करीब 6,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं।

बताया जा रहा है कि पीएम मोदी उत्तर प्रदेश के विकास के लिए इन पैसों को लगा सकते हैं। यूपी की तरफ पीएम खासा ध्यान दे रहे हैं।

उन्होंने संभावना व्यक्त की है कि अघोषित कैश पर टैक्स के जरिए अभी और पैसा जुटाया जा सकता है। 500 और 1000 के पुराने नोटों को बैन कर दिए जाने के बाद टैक्स अधिकारियों ने उन लोगों से ब्यौरा मांगा था जिन्होंने एक मुश्त पैसा अपने और दूसरों के अकाउंट में जमा कराया था। हालांकि, कई लोग सजा से बचने के लिए अपनी अघोषित आय पर 60 प्रतिशत टैक्स पेनल्टी देने को तैयार हो गए, जो कि अब बढ़ा कर 75 फीसदी कर दी गई है।

एसआईटी चेयरमैन जस्टिस एम बी शाह के साथ काला धन के खिलाफ ईडी, सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स , सीबीआई और अन्य एजेंसियों द्वारा चलाए गए अभियान की निगरानी कर रहे पसायत ने कहा, ‘टैक्स अधिकारियों ने अब तक करीब 6,000 करोड़ रुपये इकट्ठे किए हैं।’

एसआईटी के वाइस चेयरमैन ने हालांकि, यह अनुमान लगाने से इनकार किया है कि इससे कुल कितना कैश जुटाया जा सकता है, लेकिन उम्मीद जाहिर की है कि यह बड़ा अमाउंट होगा। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के पहले चरण में काले धन के खिलाफ अभियान चलाया गया, जिसमें 50 लाख या उससे अधिक जमा करने वालों पर नजर रखी गई।

 

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