नीतीश सरकार के 14 में से 6 मंत्रियों पर दर्ज हैं गंभीर आपराधिक मामले, मेवालाल पर शुरू हुआ बवाल

नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की शानदार जीत के बाद नीतीश सरकार की नई टीम तैयार हो गई है। सीएम नीतीश कुमार के साथ उनके नए मंत्रिमंडल का भी शपथ ग्रहण कर चुके है। सभी मंत्रियों को उनका उनक विभाग भी बांट दिया गया है।


इस बार नीतीश सरकार में विजेंद्र प्रसाद यादव और मंगल पाण्डेय को छोड़कर सभी नए चेहरे शामिल हैं। वहीं इन सबके बीच अपने नए मंत्रिमंडल को लेकर नीतीश कुमार को विपक्षी पार्टियों ने निशाने पर ले लिया है।

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और इलेक्शन वॉच की एक रिपोर्ट के मुताबिक नीतीश सरकार के 14 मंत्रियों में से 8 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं छह (43 फीसदी) के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। आपराधिक मामलों वाले 8 मंत्रियों में से बीजेपी के 4, जेडीयू के 2 और हम व वीआईपी के एक-एक शामिल हैं।

तो वहीं सबसे ज्यादा हंगामा मेवालाल चौधरी को मंत्रिमंडल में शामिल करने को लेकर हो रहा है। मेवालाल चौधरी ने अपने शपथ पत्र में आईपीसी के तहत एक आपराधिक मामला और चार गंभीर मामले घोषित किए हैं।

बीएयू भर्ती घोटाले में मेवालाल चौधरी का नाम सामने आया था। उनके खिलाफ 161 सहायक प्रोफेसर और कनिष्ठ वैज्ञानिकों की नियुक्ति के मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

पशुपालन और मत्स्य पालन मंत्री मुकेश सहनी ने पांच आपराधिक मामलों और गंभीर प्रकृति के तीन मामले दर्ज है।

बीजेपी के जिबेश कुमार ने भी पांच आपराधिक मामलों और गंभीर प्रकृति के चार मामले दर्ज है।वहीं पांच अन्य हैं जिनके खिलाफ अलग-अलग प्रकृति के आपराधिक मामले दर्ज हैं।

आपको बता दे नीतीश सरकार में सबसे अमीर मंत्रियों में सबसे पहला नाम मेवालाल का सामने आया है जिन्होनें 12.31 रुपए की संपत्ति घोषित की है। वहीं, 14 मंत्रियों की औसत संपत्ति 3.93 करोड़ रुपए है।

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