इधर निर्वाचन आयोग ने ईवीएम हैकिंग के लिए दिया चैलेंज, उधर केजरीवाल ने कर डाला ये अनोखा कांड

निर्वाचन आयोगनई दिल्ली। निर्वाचन आयोग की इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को हैक करने की चुनौती को ‘स्वांग’ करार देते हुए आम आदमी पार्टी (आप) ने शनिवार को आयोग के समानांतर ईवीएम चुनौती के लिए पंजीकरण शुरू किया और निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के तहत वोटिंग मशीनों को हैक करने के लिए लोगों को आमंत्रित किया। आप के विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इसमें हिस्सा लेने वाली पार्टी वेबसाइट पर दिए गए एक लिंक की मदद से पंजीकरण कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पंजीकरण प्रक्रिया एक सप्ताह तक चलेगी, जिसके बाद एक हैकाथॉन का आयोजन किया जाएगा।

भारद्वाज ने कहा, “हम अपनी ईवीएम को हैक करने की चुनौती की शुरुआत आज से कर रहे हैं और इसमें भाग लेने के लिए लोग हमारी वेबसाइट पर पंजीकरण कर सकते हैं। कोई भी हैकर इस चुनौती में हिस्सा ले सकता है कि और निर्वाचन आयोग द्वारा तय दिशा-निर्देशों के आधार पर हमारी मशीन को हैक कर सकता है। हर प्रतिभागी को मशीन से छेड़छाड़ करने के लिए चार घंटों का वक्त दिया जाएगा।”

आप ने निर्वाचन आयोग तथा ईवीएम बनाने वाली कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड को उसके विशेषज्ञों के साथ चुनौती में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया है।

पार्टी हैकरों को उसी ईवीएम को हैक करने के आमंत्रित कर रही है, जिसका इस्तेमाल भारद्वाज ने दिल्ली विधानसभा में ईवीएम हैकिंग के अपने आरोपों को साबित करने के लिए किया था।

आप ने कहा कि समानांतर ईवीएम चुनौती यह साबित करेगा कि निर्वाचन अयोग द्वारा दी गई चुनौती का ‘कोई मतलब नहीं’ है।

आप ने निर्वाचन आयोग की चुनौती में शामिल नहीं होने का फैसला किया है। दरअसल, उसने आयोग से शर्तो में बदलाव का अनुरोध किया था, जिसे आयोग ने खारिज कर दिया था।

वहीं, भारद्वाज ने निर्वाचन आयोग की चुनौती को एक ‘स्वांग’ करार दिया।

भारद्वाज ने कहा, “ईवीएम को हैक करने के दर्जनों तरीके हैं, लेकिन आयोग की शर्तो के आधार पर मशीन को कोई भी व्यक्ति हैक नहीं कर सकता। हैक करने के लिए मशीन को खोलने की इजाजत देनी होगी। हमें ईवीएम को खोलने देने की मंजूरी को लेकर आयोग इतना डरा हुआ क्यों है?”

निर्वाचन आयोग की ईवीम हैकिंग चुनौती शनिवार सुबह 10 बजे शुरू हुई। ईवीएम को हैक करने की आयोग की चुनौती में केवल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) तथा मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने हिस्सा लेने के लिए पंजीकरण कराया है।

इस चुनौती के लिए तीन राज्यों से 14 ईवीएम मंगाई गई हैं।

उधर इससे परेशान चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने बताया कि ईवीएम को हैक नहीं किया जा सकता और इसमें छेड़छाड़ संभव नहीं है। इसके परिणाम भी नहीं बदले जा सकते। चुनाव आयोग की तकनीकि टीम ने ईवीएम हैक करने की चुनौती में शामिल एनसीपी और माकपा के प्रतिनिधि को सभी प्रक्रियाएं समझाईं। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि सीपीएम ने संतुष्टि जताई है और ईवीएम को लेकर जागरूकता अभियान चलाने को कहा है। दूसरी तरफ एनसीपी ने आयोग को सुझाव दिया कि राज्य और केंद्र के चुनाव में ‘वीवीपैट’ का उपयोग किया जाए।

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