बीजेपी न आप, खुद की पार्टी से सिद्धू बुलंद करेंगे पंजाब की आवाज

नवजोत सिंह सिद्धूचंडीगढ़। देश के पूर्व क्रिकेटर और भारतीय जनता पार्टी के बागी नेता नवजोत सिंह सिद्धू अब न तो आम आदमी पार्टी में शामिल होंगे और न ही भाजपा में वापस जाएंगे बल्कि पंजाब में अगला चुनाव अपनी पार्टी से लड़ेंगे। सिद्धू ने अकाली दल के बागी नेता और भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्‍तान परगट सिंह के साथ नई पार्टी ‘आवाज-ए-पंजाब’ बनाने का ऐलान किया है। सिद्धू की इस पार्टी को लुधियाना के निर्दलीय विधायक बैंस बंधुओं का भी समर्थन मिल रहा है।

बैंस बंधुओं को हिंदी भाषी राज्यों खासकर उत्तर प्रदेश व बिहार के लोगों का पंजाब में व्यापक समर्थन प्राप्त है। इनमें सिमरजीत सिंह बैंस जिले के आत्मनगर और बलविंदर सिंह बैंस लुधियाना दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।

सिद्धू की इस नयी राजनीतिक पारी का संकेत शुक्रवार को परगट सिंह और नवजोत सिद्धू की पत्नी डा. नवजोत कौर सिद्धू ने अपने फेसबुक पेजों पर भी किया है। इसमें नवजोत सिंह सिद्धू के साथ परगट सिंह, बैंस बंधु सिमरजीत सिंह बैंस और बलविंदर सिंह बैंस की तस्वीर लगी है।

इससे पूर्व जब सिद्धू ने जब राज्‍यसभा से इस्‍तीफा दिया था तो यह कयास लगाए जा रहे थे कि वह केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी में शामिल होंगे।

यह भी कहा जा रहा था कि आप उन्‍हे पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में अपना सीएम कैंडिडेट घोषित कर स‍कती। लेकिन सिद्धू के नयी पार्टी बनाने से इन सभी कयासों पर विराम लग गया। नवजोत सिंह सिद्धू अपनी नयी पार्टी का विधिवत ऐलान 9 सितंबर को कर सकते हैं।

नवजोत सिंह सिद्धू ने बनाई नयी पार्टी

पंजाब राज्य में वर्तमान में शिरोमणी अकाली दल और बीजेपी गठबंधन की सरकार है। कांग्रेस मुख्य विपक्षी पार्टी है, तो संसदीय चुनाव में पहली बार पंजाब से अपना खाता खोलने वाली आम आदमी पार्टी तीसरे विकल्प के लिए खुद को पेश कर रही है। अब सिद्धू की पार्टी के ऐलान के बाद राज्‍य के समीकरण भी बदलेंगे। अभी तक ज्यादातर राजनीतिक जानकार राज्य में अकाली-बीजेपी गठबंधन, कांग्रेस और आप के बीच मुख्य मुकाबला मान रहे हैं।

लेकिन राजनीति संभावनाओं को साधने की कला है । स्थानीय मीडिया की मानें तो अलग-अलग दलों से बारी-बारी बिछड़े या असंतुष्ट नेता पंजाब में चौथा मोर्चा बनाने की कोशिश में हैं। परगट और सिद्धू के नई पार्टी की घोषणा के साथ ही राज्य में चौथे मोर्च की जमीन तैयार हो गई है।

नवजोत सिंह सिद्धू  9 सितंबर को करेंगे अपनी नई पार्टी का ऐलान

नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर लोकसभा सीट से सांसद भी रह चुके हैं। दरअसल प्रकाश सिंह बादल के नेतृत्‍व वाली पंजाब सरकार के खिलाफ होने से सिद्धू और बीजेपी के साथ रिश्‍तों में काफी खटास आ गई थी। यह खटास 2014 के आम चुनाव में जब अमृतसर सीट से सिद्धू की जगह अरुण जेटली को टिकट दिया गया तो और बढ़ी। हालांकि बीजेपी आलाकमान ने  सिद्धू को राज्‍यसभा सदस्‍यता देकर संतुष्‍ट करने का प्रयास किया था। लेकिन ने हाल ही में राज्‍यसभा से इस्‍तीफा देकर बड़ा धमाका किया। इस्‍तीफा देने के बाद एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में अपना पक्ष रखते हुए उन्‍होंने कहा था, ‘मैंने इस्तीफा दिया क्योंकि मुझसे कहा गया कि पंजाब की तरफ मुंह नहीं करोगे। आखिर मैं अपनी जड़, अपना वतन कैसे छोड़ दूं।’

बीजेपी से दूरी बनाने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू के आम आदमी पार्टी अथवा कांग्रेस पार्टी से जुड़ने की चर्चाएं भी थीं, लेकिन सूत्रों के अनुसार, कुछ मुद्दों पर बात अटकने के कारण ऐसा नहीं हो सका।

 

 

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