
हैदराबाद। आंध्र प्रदेश के पूर्व पुलिस प्रमुख वी.दिनेश रेड्डी ने कुख्यात अपराधी नईम से किसी प्रकार के संबंधों से इंकार करते हुए शनिवार को कहा कि वह कुछ संवेदनशील सूचनाएं साझा करने के लिए तेलंगाना के मुख्यमंत्री से मिलना चाहते हैं। नईम आठ अगस्त को पुलिस के साथ हुई एक मुठभेड़ में मारा गया था। पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने संवाददाताओं से कहा कि कुछ संवेदनशील सूचनाएं साझा करने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव से मिलने के लिए समय मांगा है, ताकि वह विशेष जांच दल (एसआईटी) तक ये सूचनाएं पहुंचा सकें। एसआईटी नईम के राजनीतिज्ञों व पुलिस अधिकारियों से संबंधों की जांच कर रहा है।
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दिनेश रेड्डी ने स्वीकार किया कि समर्पण कर चुके नक्सलियों का इस्तेमाल अपने खबरी के रूप में करना पुलिस के लिए आम बात है। उन्होंने हालांकि स्पष्ट किया कि वह कभी नईम से नहीं मिले।
हैदराबाद के निकट शादनगर कस्बे में पुलिस के साथ कथित मुठभेड़ में नईम मारा गया था। पुलिस द्वारा नईम का इस्तेमाल कथित रूप से नक्सलियों व उनके शुभचिंतकों को मारने के लिए किया गया था।
पीपुल्स वार ग्रुप (पीडब्ल्यूजी) छोड़ने के बाद नईम अपराधी सरगना बन गया और लगभग दो दशकों तक आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए उसने कुछ राजनीतिज्ञों व पुलिस अधिकारियों का इस्तेमाल किया।
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सितंबर 2013 तक अविभाजित आंध्र प्रदेश के डीजीपी रहे दिनेश रेड्डी ने कहा कि वह अपराधी नईम के खिलाफ कार्रवाई के लिए चंद्रशेखर राव को सलाम करते हैं।
रेड्डी ने दावा कि उन्होंने पुलिस उप महानिरीक्षक को नईम को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था, लेकिन राजनीतिज्ञों की तरफ से इसे हरी झंडी नहीं मिली।
वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता दिनेश रेड्डी ने कहा कि नईम को आपराधिक गतिविधियों के लिए संरक्षण देने वाले पुलिस अधिकारियों व राजनेताओं को दंडित करना चाहिए।
उन्होंने उम्मीद जताई कि एसआईटी निष्पक्ष तरीके से जांच करेगा और कार्रवाई करेगा।
पूर्व पुलिस प्रमुख ने कहा कि मामले में निर्दोष लोगों को नहीं फंसाया जाना चाहिए।