देश के सबसे पिछड़े 115 जनपदों में से एक हैं बलरामपुर , जाने पूरी कहानी…

Report – Akhileshwar Tiwari

जनपद बलरामपुर देश के सबसे पिछड़े 115 जनपदों में से एक है। भारत नेपाल सीमा  के तराई क्षेत्र में बसे इस जिले को विकास की दरकार है । स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, पानी, बिजली तथा रोजगार सभी मामलों में पिछड़ा होने के कारण यहां की विकास दर भी काफी धीमी है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से प्रदेश सरकार लगातार जिले के विकास का खाका तैयार कर रही है ।

 

 

 

यही कारण है कि जिले में राष्ट्रीय स्तर के कई आयोजन कराए जा चुके हैं । राष्ट्रीय आयोजन की श्रृंखला में ही सीबीएससी राष्ट्रीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता का आयोजन इस समय जिला मुख्यालय के सेंट जेवियर्स हायर सेकेंडरी स्कूल परिसर में चल रहा है ।

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इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए भारत के सभी प्रदेशों के साथ-साथ विश्व के 18 देशों के खिलाड़ी प्रतिभाग करने बलरामपुर आए हुए हैं । आयोजकों का मानना है कि राष्ट्रीय स्तर की इस आयोजन से जिले के छात्रों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा, वहीं जिले के रेवेन्यू में भी विकास होगा ।

 

बलरामपुर जैसे पिछड़े जनपद में राष्ट्रीय स्तर का आयोजन कराना कोई आसान काम नहीं है । प्रायः देखा जाता है कि राष्ट्रीय स्तर के आयोजन विशेष का खेल प्रतियोगिताएं महानगरों तक ही सीमित रहती है। इस वर्ष सीबीएसई राष्ट्रीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता का आयोजन जिला मुख्यालय पर होने से लोगों को क्षेत्र में विशेष कर यहां के छात्रों को आगे बढ़ने का एक अच्छा प्लेटफार्म मिल रहा है ।

 

दरअसल क्षेत्र की युवा पीढ़ी कंपटीशन में देश के विभिन्न प्रांतों तथा विश्व के तमाम देशों के खिलाड़ियों के साथ रहकर बहुत कुछ सीख सकते हैं।

विदेशों से आए तमाम खिलाड़ियों व उनके साथ आए लोगों के जरिए विदेशी मुद्रा भी इस जिले में पहुंच रही है। निश्चित रूप से ऐसे आयोजन से जिले के विकास में सहायता मिलेगी। कहीं ना कहीं राष्ट्रीय स्तर के ऐसे आयोजन होते रहने से जिले का पिछड़ापन भी धीरे-धीरे समाप्त होगा । लोग शिक्षित होंगे, प्रतियोगिता के क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे, तो विकास का रास्ता अपने आप खुलता जाएगा ।

 

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