दिवाली के बाद वायु प्रदुषण जोरो से फैला ,ख़राब हुई दिल्ली – एनसीर की हवा…

दिवाली के दिन पयरे देश में हर्षो – उल्लास बना हुआ हैं।दिवाली पर पटाखों की वजह से देश में वायु प्रदुषण फैलने की पूरी आशंका जताई जा रही हैं।वहीं दिल्ली से एक बड़ी खबर सामने आ रही हैं। बतादे की दिल्ली-एनसीआर के लोग सोकर उठे तो उन्हें कोहरे की चादर देखने को मिली हैं।

 

 

खबरों के मुताबिक जो इस सीजन की सबसे प्रदूषित सुबह भी रही। लेकिन इन सब में एक राहत वाली बात ये है कि बीते तीन सालों में दिवाली के बाद की ये सबसे बेहतर वायु गुणवत्ता वाली सुबह थी। इस बात की पुष्टि सरकारी आंकड़े कर रहे हैं।

बगदादी की मौत का पाक को नहीं यकीन, बस एक ट्वीट का इंतजार

वहीं केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता मापने वाली सेवा सफर(SAFAR) ने पहले ये अनुमान लगाया था कि सोमवार को रात एक बजे से सुबह 6 बजे के बीच दिल्ली की हवा गंभीर(सीवीयर) स्तर पर पहुंच जाएगी। इसका कारण होगा पटाखों का धुआं और पराली का धुआं।

जहां इसके विपरीत दिल्ली की सोमवार की सुबह में हवा की गुणवत्ता में मामूली खराबी आई। हालांकि लोगों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए देर रात तक पटाखे जलाए लेकिन सोमवार की सुबह दिल्ली के लिए राहत की खबर लेकर आई।

जहां बीती रात 11 बजे वायु गुणवत्ता का स्तर 327 रहा वहीं भोर में साढ़े तीन बजे यह 323 के स्तर पर आ गया। यही वो समय था जब हवा के गंभीर स्तर पर पहुंचने का अनुमान लगाया गया था लेकिन ऐसा हुआ नहीं। लेकिन सोमवार की सुबह साढ़े आठ बजे वायु गुणवत्ता का स्तर 340 पहुंच गया और शहर में हल्की धुंध की चादर छा गई।

क्या हैं वायु गुणवत्ता के मानक –

0-50- अच्छी
51-100- संतोषजनक
101-200- मध्यम
201-300- खराब
301-400- बहुत खराब
401-500- गंभीर

500 से ऊपर- गंभीर या आपातकालीन स्थिति37 में से 36 वायु गुणवत्ता के मॉनीटरों ने जो वायु गुणवत्ता दर्ज की वह बहुत खराब रही। हालांकि दिल्ली की हवा उससे सटे गाजियाबाद (375), ग्रेटर नोएडा (356), गुरुग्राम (352), और नोएडा (375) से बेहतर रही। यह बात केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड(सीपीसीबी) के आंकड़ों से साफ होती है।

बीती रात दिल्ली के कई इलाकों में पटाखे जलाने के दो घंटे के समय का उल्लंघन भी हुआ। उनमें प्रमुख हैं- मालवीय नगर, लाजपत नगर, कैलाश हिल्स, बुराड़ी, जंगपुरा, शाहदरा, लक्ष्मी नगर, मयूर विहार, सरिता विहार, हरि नगर, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, हौज खास, गौतम नगर, द्वारका व अन्य।

नोएडा, गुरुग्राम और गाजियाबाद के निवासियों ने भी निश्चित समय से ज्यादा देर तक पटाखे बजाने की कई शिकायतें दर्ज कराईं। यही नहीं लोग रात आठ बजे से पहले ही पटाखे जलाते देखे गए। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने पटाखे जलाने के लिए रात 8 से 10 का समय सुनिश्चित किया है।रविवार को हवा में पीएम 10 के सूक्ष्म कणों की संख्या आनंद विहार पर 515 माइक्रोग्राम तक पहुंच गई थी। ये सूक्ष्म कण ऐसे होते हैं जिनका व्यास 10 या 10 माइक्रोन्स से कम होता है और फेफड़े में भीतर तक घुस जाते हैं।

LIVE TV