रिसर्च : स्विच ऑफ रहने पर भी दिमाग भटकाते हैं स्मार्टफोन

स्मार्टफोननई दिल्ली। यूएस की यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सस के मेककॉम्ब स्कूल ऑफ बिजनस की रिसर्च में यह खुलासा हुआ है कि अगर स्मार्टफोन आपके बेहद नजदीक या पहुंच में हैं तो स्विच ऑफ मोड में रहने पर भी यह हमारे दिमाग पर प्रतिकूल असर डालता है। स्मार्टफोन की उपस्थिति ब्रेन की संज्ञान लेने की क्षमता पर प्रतिकूल असर डालती है जिससे ब्रेन की डेटा प्रोसेस करने की शक्ति भी कम हो जाती है।

इस रिसर्च में यह नतीजा भी सामने आया है कि दिन-प्रतिदिन इंसान, स्मार्टफोन पर जितना ज्यादा निर्भर होता जा रहा है उससे इंसान की समस्याएं बढ़ रही हैं और वह अस्वस्थ हो रहा है। रिसर्च की रिपोर्ट में कहा गया है, ‘दो अलग अलग प्रयोगों से निकले निकर्ष इस बात का संकेत देते हैं कि अगर कोई व्यक्ति बार-बार अपना फोन चेक नहीं करता उसके बावजूद भी सिर्फ इस डिवाइस की मौजूदगी भर से ही व्यक्ति के ब्रेन की संज्ञान लेने की क्षमता कम हो जाती है।’

यूपी : ASI ने अपनी ही शादीशुदा बेटी का थाने में किया बलात्कार

पहले प्रयोग में 520 लोगों से कहा गया कि वे अपना स्मार्टफोन साइलंट मोड पर कर दें और उसे अपने डेस्क पर फेसडाउन करके या फिर अपने पॉकेट या बैग में या किसी दूसरे कमरे में रख दें। उसके बाद उन लोगों को कुछ टेस्ट पूरे करने को कहा गया जिसका मकसद उनकी संज्ञान लेने की क्षमता का आकलन करना था। शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन प्रतिभागियों ने अपने स्मार्टफोन को दूसरे कमरे में रख दिया था उन्होंने टेस्ट के दौरान उन लोगों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया जिन्होंने अपने फोन को फेसडाउन कर अपने डेस्क पर रखा था।

वहीं दूसरे प्रयोग में 275 लोगों से कहा गया कि वे अपने फोन को साइलंट मोड पर या पूरी तरह से स्विच ऑफ कर दें और उसके बाद स्मार्टफोन को फेसडाउन कर डेस्क पर, पॉकेट या बैग में या दूसरे कमरे में रख दें। इन लोगों को कुछ टास्क पूरे करने थे। साथ ही उनसे कुछ सवाल भी पूछे गए यह जानने के लिए कि वे अपने स्मार्टफोन पर कितना ज्यादा निर्भर हैं। शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों ने कहा कि वे अपने स्मार्टफोन पर बहुत ज्यादा निर्भर हैं उन्होंने इस टेस्ट के दौरान सबसे खराब प्रदर्शन किया। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ा कि उनका स्मार्टफोन स्विच ऑफ था या साइलंट और वह उनके डेस्क पर था, पॉकेट में या फिर बैग में।

LIVE TV