दयनीय है जवाहर लाल नेहरू मार्केट की दशा, जानिए इसके निर्माण के समय कही गई थी ये बात…
रिपोर्ट-काशीनाथ
वाराणसी : वाराणसी में लगभग 35 साल पहले किसी मकसद से बनाया गया जवाहर मार्केट आज उपेक्षा का शिकार होने की वजह से खस्ताहाल पड़ा है। वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन के ठीक सामने बने इस मार्केट में लगभग 150 दुकाने हैं जबकि प्रस्तावित 3 पार्कों में से सिर्फ एक पार्क दिखाई देता है लेकिन वो भी जीर्ण शीर्ण अवस्था मे। देखिए एक रिपोर्ट।
ये है जवाहर मार्केट जो कैंट स्टेशन के ठीक सामने एक बड़े क्षेत्र में बनाया गया है। जानकारों की मानें तो कांग्रेस सरकार में 70 के दशक में इसका निर्माण कराया गया जिसका मकसद यहां आने वाले तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों को सुविधाजनक बाजार उपलब्ध कराना था जहां एक ही जगह जरूरत के सभी सामान मुहैया हो सकें। इसी के साथ साथ 2 मंजिला पूरे मार्केट में 3 अलग अलग जगहों पर 3 पार्क बनाये गए जिसमे भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की प्रतिमा स्थापित करनी थी लेकिन आजतक न तो प्रतिमा लगी और ना ही चाचा नेहरू के नाम पर कोई बोर्ड तक लग पाया और तो और 3 में से 2 पार्कों का अस्तित्व ही मिट गया। एक पार्क को शौचालय बना दिया गया तो एक को पार्किंग जबकि एक पार्क के आधे हिस्से को शेल्टर होम बना दिया गया। इन 35 से 40 सालों के बीच मे अभी सरकारें आई और गई कितने विकास हुए लेकिन इस मार्केट का विकास नही हुआ। स्थानीय लोग मानते हैं कि इसकी उपेक्षा की गई है।
वहीं इस मार्किट की बुनियाद रखने वाले बिल्डर योगेंद्र नाथ शर्मा भी इसकी स्थिति जानकर काफी आहत हैं उनका कहना है कि इसकी बुनियाद इतनी मजबूत है कि आज भी इसके ऊपर 3 मंजिल बनाया जा सकता है। आज इस मार्केट में खाली जगह पर व्यवसायियों का कब्जा है। नीचे बैंक था जो अब बंद हो चुका है। शराब की दुकान खुलने के बाद से अवांछनीय तत्वों के वजह से गंदगी रहती है। बाहुबलियों ने मार्केट के पीछे खाली जगहों पर कब्जा कर लिया गया है। योगेंद्र नाथ शर्मा मानते हैं कि उपेक्षा होने की वजह से इस मार्केट को न तो बढ़िया शेप दिया गया और न ही मेंटेन किया गया।
स्थानीय लोगों का मानना है कि कई सरकारें आई गेन लेकिन किसी न इसपर ध्यान नही दिया। अगर ध्यान दिया होता तो आज ये मार्केट पूर्वांचल के सबसे बड़ा और सुंदर मार्केट होता। अब उनको वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से काफी उम्मीदें हैं क्योंकि ये उनका संसदीय क्षेत्र है और यहां और ताबड़तोड़ विकास किये जा रहे हैं।