दक्षेस सम्मेलन में सदस्यों के भाग लेने की नवाज को उम्मीद
लंदन। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि दक्षेस के सभी सदस्य नवंबर में होने वाले दक्षेस सम्मेलन में भाग लेंगे। शरीफ की यह टिप्पणी अफगानिस्तान के बयान के बाद आई है। न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में शामिल होने के बाद लंदन पहुंचे शरीफ ने दक्षेस सम्मेलन से जुड़े सवाल के जवाब में कहा कि पाकिस्तान दक्षेस सम्मेलन की तैयारी कर रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सभी सदस्य देश इसमें भाग लेंगे।
दक्षेस सम्मेलन की तैयारी
भारत में अफगानिस्तान के राजदूत शैदा मुहम्मद अब्दाली ने एनडीटीवी से साक्षात्कार में कहा, “मुझे पूरा भरोसा है कि अधिकांश दक्षिण एशियाई देश हमारी तरह ही सोच रहे हैं। इसलिए प्रयास व्यापक होना चाहिए और हमें उस एक देश को अलग-थलग करना चाहिए, जो हमारी एकता एवं क्षेत्रीय शांति को बर्बाद कर रहा है।”
उन्होंने कहा, “हम लोगों को देशों के बीच लाइन खींचनी है, एक देश जो आतंकवाद प्रायोजित कर रहा है और एक देश जो आतंकवाद के खिलाफ युद्ध का सहयोगी है। यह अंतर हर हाल में किया जाना चाहिए और यह तत्काल किया जाना चाहिए।”
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी भी आतंकवाद जरा भी बर्दाश्त नहीं करने की बात कह चुके हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत में समर्थन दे चुके हैं। अफगानिस्तान भी तालिबान के आतंकियों को सीमाई इलाकों में पाकिस्तान द्वारा पनाह देने से व्यथित हैं।
21 सितंबर को भारत में बांग्लादेश के उच्चायुक्त सईद मुआजिम अली ने कहा था, “हमारे प्रधानमंत्री के स्तर से उसमें भाग लेने के बारे में अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।”
दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) का 19वां सम्मेलन इस वर्ष पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में नौ से 10 नवंबर तक होने वाला है।
भारत-पाकिस्तान के रिश्तों के बहुत खराब हो जाने के बाद इस सम्मेलन में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भागीदारी को लेकर आशंका के बादल छाए हुए हैं।
गत 18 सितंबर को उड़ी के सैन्य शिविर पर आतंकी हमले में 18 जवानों के शहीद हो जाने के बाद से भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बहुत बढ़ गया है।