त्योहारों के मौसम में घटिया सामग्री और बासी मिठाई बेचना अब होगा मुश्किल, रेटिंग बताएगी असलियत

त्योहारों के मौसम में घटिया सामग्री और बासी मिठाई बेचना अब मुश्किल होगा । फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया की गाइड लाइन का शत-प्रतिशत पालन कराने के लिए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने कमर कस ली है ।

त्योहारों के मौसम में कारोबारी मिठाइयों और खाद पदार्थों में किसी प्रकार की मिलावट नहीं कर सके इसके लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। एफएसएसएआइ के मानकों के अनुसार प्रत्येक मिठाई पर अब उसके निर्माण की तिथि और इस्तेमाल की अवधि दर्ज की जाएगी। मानकों के अनुरूप ही राजधानी में करीब 30 दुकानों की ग्रेडिंग तय कर दी गई है।

दुकानों में 47 बिंदुओं पर एफएसडीए की टीमों ने सर्वे किया। जिसके आधार पर करीब 27 दुकानों को फाइव स्टार रेटिंग दी गई है, जबकि कुछ ऐसी भी दुकानें हुई हैं, जिनको कोई ग्रेडिंग नहीं मिली है। जिन दुकानों को फाइव स्टार रेटिंग दी गई है। उनको अपना प्रमाण पत्र दुकान पर चस्पा करना होगा। मिठाइयों की ट्रे पर स्टीकर भी लगाए जाएंगे। जिनसे यह पता लगाया जा सकेगा कि मिठाई कितने दिन इस्तेमाल करने लायक है। 

रेटिंग बताएगी कितने दिन चलेगी मिठाई 

  • दो स्टार और और आठ तीर का मतलब फ्रीजर में रखने वाली मिठाई। 
  • तीन स्टार का मतलब जिस दिन बनी उसी दिन बेचनी होगी। 
  • चार स्टार का मतलब 4 दिन तक भेज सकेंगे 
  • सात स्टार मतलब 7 दिन तक बिक सकेगी। 

दूध से बने उत्पाद और बंगाली मिठाईयां 48 घंटे बेची जा सकगी 

इसके अलावा दूध से बने उत्पाद और बंगाली मिठाईयां 48 घंटे तक बेची जा सकेंगे। खोए से बनी मिठाइयां और लड्डू 4 दिन तक रखे जा सकेंगे। घी और ड्राई फ्रूट से बनी मिठाइयां 7 दिन तक इस्तेमाल की जा सकेंगी। आटा,  बेसन और चने के लड्डू चना अंजीर व काजू की बर्फी सोहन हलवा और गजक 30 दिन तक इस्तेमाल हो सकेंगे।

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