
Riport- NAGENDRA TAYGI
आगरा। अछनेरा से लापता किरावली तहसील के कर्मचारी धर्मेंद्र तिवारी की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई है। पुलिस ने बुधवार को इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि पचास लाख रुपये की फिरौती के लिए अपहरण किया गया था। मगर मुंह बांधने के दौरान धर्मेंद्र की मौत हो गई। तभी शव को जलाने के बाद नाले में फेंक दिया गया। देर रात पुलिस ने शव को बरामद भी कर लिया है।
अछनेरा के गांव नागर का रहने वाला हरिराम तिवारी का बेटा धर्मेंद्र तिवारी किरावली तहसील में काम करता था। बीती 18 अक्टूबर की दोपहर 3 बजे तहसील से बाइक लेकर घर पर आने के लिए निकला। इसके बाद घर नहीं पहुंचा। उसका फोन स्विच ऑफ जा रहा था। परिजनों ने उसकी तलाश की। लेकिन धर्मेंद्र का कहीं पता नहीं चल सका था। परिजनों ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस किसी विवाद में उसके लापता होने की आशंका जताती रही।
बुधवार रात को आगरा के जैतपुर से दो लोगों को पकड़ा है। इनसे परिवार की रंजिश भी चल रही है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इन दोनों लोगों ने धर्मेंद्र की हत्या की बात कबूल ली है।
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पूछताछ में बताया कि उसका अपहरण किया गया था और धर्मेंद्र के परिवार से पचास लाख रुपये की फिरौती वसूलना चाहते थे। इसलिए उसे बहाने से अपने साथ में ले गए और घर में ले जाकर बांध दिया। इसी दौरान मुंह की जगह नाक पर पट्टी बांधने से धर्मेंद्र की मौत हो गई।
मौत के बाद परिवार में कोहराम है। मृतक के दो बच्चे हैं और परिवार के लोग पुलिस की लेटलतीफी कार्यप्रणाली पर भी खाकी को कोस रहे हैं।