
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया है, जिनमें कहा गया है कि प्रवासियों के लिए बनाए गए डिटेंशन सेंटरों में काफी भीड़ रहती है और वह रहने लायक नहीं हैं। ट्रंप ने बुधवार को कहा कि अगर ऐसा है तो प्रवासी अमेरिका ना आने का विकल्प चुन सकते हैं।
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वहीं इस रिपोर्ट में कहा गया है कि हजारों की संख्या में प्रवासियों को इन डिटेंशन कैंपों में रखा गया है। जिससे कैंपों में काफी भीड़ है। ये प्रवासी अपने सेंट्रल अमेरिका के घरों से गरीबी और हिंसा के कारण भागे हैं। केवल इस रिपोर्ट में ही ये बात नहीं कही गई है।
जहां ट्रंप प्रशासन पर प्रवासियों को रिहा करने का दबाव बढ़ रहा है। मंगलवार को डीएचएस इंस्पेक्टर जनरल जेनिफर कोस्टेलो ने डिटेंशन कैंप को लेकर कई रिपोर्ट जारी की हैं। हाल ही में मेक्सिको से हजारों की संख्या में लोग अमेरिकी सीमा पर पकड़े गए हैं। उन्होंने इस ओर आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया है।
इस रिपोर्ट में कई तस्वीरों को भी शामिल किया गया है, जो टेक्सास के पास की हैं। इन तस्वीरों में लोगों की खराब हालत को दिखाया गया है। जिसमें बच्चे भी शामिल है। सुरक्षाकर्मियों में से एक का कहना है कि ये स्थिति एक टाइम बम की तरह है।
दरअसल इससे एजेंसी के स्टाफ और प्रवासियों की सुरक्षा को लेकर चिंता भी बढ़ रही है। हालात ऐसे हैं कि तीन से पांच साल की उम्र के बच्चों को भी नहाने की सुविधा नहीं है और ना ही कपड़े हैं। अधिकतर सिंगल व्यसकों को महीने में एक बार ही नहाने की सुविधा है, इन लोगों को साफ होने के लिए गीले कपड़ों का सहारा लेना पड़ता है।